Edited By Vijay, Updated: 25 Dec, 2022 11:10 PM

राज्य की पूर्व भाजपा सरकार ने प्रदेश में मतदाताओं को लुभाने के एकमात्र उद्देश्य के साथ बिना किसी बजटीय प्रावधान और आवश्यक कर्मचारियों की भर्ती के बिना अपने कार्यकाल के अंत में 590 से अधिक संस्थान खोले थे। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने...
शिमला (राक्टा): राज्य की पूर्व भाजपा सरकार ने प्रदेश में मतदाताओं को लुभाने के एकमात्र उद्देश्य के साथ बिना किसी बजटीय प्रावधान और आवश्यक कर्मचारियों की भर्ती के बिना अपने कार्यकाल के अंत में 590 से अधिक संस्थान खोले थे। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को नई दिल्ली से शिमला लौटने के उपरांत मीडिया कर्मियों से बातचीत में कही। सीएम ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल के अंतिम लगभग 6 माह के दौरान मतदाताओं को गुमराह करने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, राजस्व और अन्य संस्थान खोलने के निर्णय जल्दबाजी में लिए। उन्होंने कहा कि इन सभी 590 संस्थानों को क्रियाशील बनाने के लिए लगभग 3000 करोड़ रुपए के बजट प्रावधान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि राज्य 75000 करोड़ रुपए से अधिक के भारी वित्तीय कर्ज तले दबा हुआ है और डबल इंजन की सरकार होने का दावा करने वाली भाजपा सरकार को अपने कार्यकाल के दौरान केंद्र सरकार से एक पैसे की भी सहायता नहीं मिली।
30 से अधिक स्वास्थ्य संस्थानों में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी तक की नियुक्ति नहीं
सीएम सुक्खू ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने 30 से अधिक ऐसे स्वास्थ्य संस्थान खोले, जिनमें चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की भी नियुक्ति नहीं की गई थी और बड़ी संख्या में ऐसे संस्थान भी खोले गए जो मात्र एक कर्मचारी द्वारा संचालित किए जा रहे थे। यह आश्चर्यजनक है कि पूर्व भाजपा सरकार द्वारा जो एसडीएम कार्यालय खोले गए, उनमें एसडीएम ही तैनात नहीं किए गए। अधिकांश संस्थानों में आसपास के अन्य संस्थानों के कर्मचारियों को अस्थायी रूप से तैनात किया गया। जो न केवल नए खुले कार्यालयों के लिए निरर्थक साबित हो रहा था बल्कि पहले से मौजूद संस्थानों के कामकाज में भी इसमें बाधा उत्पन्न हुई। इस अवधि के दौरान खोले गए स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यबल और मशीनरी का अभाव था, जो केवल लोगों को गुमराह करने का एक चुनावी शिगूफा मात्र था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरे मामले को जनता के समक्ष लेकर जाएगी और उन्हें पूर्व जयराम सरकार की भ्रामक योजनाओं से अवगत करवाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार द्वारा खोले गए इन सभी संस्थानों की पुन: समीक्षा की जाएगी और यदि व्यवहार्य और आवश्यक पाया गया तो उचित बजट प्रावधान करके उन्हें फिर से खोला जाएगा। एक सवाल के जवाब में सुक्खू ने कहा कि सरकार चाहती है कि भाजपा कोर्ट जाए ताकि हम कोर्ट में बता सकें कि बिना बजट और स्टाफ के पूर्व सरकार ने गैर-जरूरी दफ्तर खोल दिए।
प्रदेश में जल्द सस्ती दरों पर मिलेगा सीमैंट
एक सवाल के जवाब में सीएम सुक्खू ने कहा कि सरकार राज्य में सीमैंट संयंत्रों से संबंधित मुद्दे के प्रति गंभीर है। उन्होंने कहा कि पूरा मामला सीमैंट प्लांट प्रबंधन और ट्रक ऑप्रेटर्ज यूनियन के बीच का है और इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में प्रदेश के लोगों को सीमैंट सस्ती दरों पर उपलब्ध करवाया जाएगा।
5 विधायकों की कमेटी बनाई गई
सीएम सुक्खू ने कहा कि मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कांग्रेस विधायक दल के साथ बैठक की थी। इस बैठक में 5 विधायकों की एक कमेटी बनाई गई और पूर्व सरकार द्वारा की गईं घोषणाओं की रिपोर्ट देखी गई। इसमें पाया गया है कि कई संस्थानों में तो चतुर्थ श्रेणी तक की भी तैनाती नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने राजनीतिक दृष्ठि से संस्थान खोले और अगली सरकार पर आर्थिक बोझ डालने का प्रयास किया गया।
ऑप्नेशन लोटस नहीं सेवा भाव वाला लोटस चलेगा
सीएम ने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश में ऑप्रेशन लोटस नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि वह 7 दिनों तक दिल्ली में क्वारंटाइन रहे। सारे विधायक प्रदेश में घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में केवल सेवा भाव और काम वाला लोटस चलेगा। कांग्रेस व्यवस्था परिवर्तन के लिए सत्ता में आई है और इस दिशा में काम जारी है।
पेपर लीक केस, पूर्व सरकार का स्यापा
जेओए (आईटी) पेपर लीक केस को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि यह पूर्व सरकार का ही पाया हुआ स्यापा है। उन्होंने कहा कि इस केस में हुई गिरफ्तारी से प्रतीत होता है कि प्रदेश में परीक्षा घोटाला पूर्व भाजपा सरकार के कार्यकाल से चला आ रहा है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि जब भी ऐसी परीक्षाएं हों तो सतर्क रहें, ताकि परीक्षा प्रक्रिया में पूरी पारदॢशता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस अलर्ट थी और मामला पेपर होने से पहले ही पकड़ में आ गया।
जल्द होगा मंत्रिमंडल का विस्तार
मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द कर दिया जाएगा। इसके साथ ही शीतकालीन सत्र भी जल्द आयोजित होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा को ङ्क्षचता करने की आवश्यकता नहीं है, कांग्रेस सरकार जनता की उम्मीदों पर पूरी तरह से खरा उतरेगी।
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