Edited By Kuldeep, Updated: 06 Jul, 2025 10:08 PM
जिला मंडी के सराज क्षेत्र में फंसे पर्यटकों की सुरक्षित वापसी हो गई है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण जंजैहली घाटी में पहुंचे पर्यटक आपदा के चलते निजी होटलों में कैद होकर रह गए थे।
करसोग (यशपाल): जिला मंडी के सराज क्षेत्र में फंसे पर्यटकों की सुरक्षित वापसी हो गई है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण जंजैहली घाटी में पहुंचे पर्यटक आपदा के चलते निजी होटलों में कैद होकर रह गए थे। बाहरी राज्यों से जंजैहली पहुंचे 63 पर्यटकों ने सुरक्षित घर लौटने पर राहत की सांस ली है। पर्यटक पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु व दिल्ली इत्यादि राज्यों से पहाड़ों की सैर करने यहां पहुंचे थे, जिन्हें आज जिला प्रशासन ने वाया रायगढ़, शंकरदेहरा, करसोग होते हुए सुरक्षित निकाल कर पुलिस सुरक्षा के साथ उनके गंतव्य स्थानों के लिए भेज दिया है। करसोग के शंकरदेहरा में करसोग उपमंडल प्रशासन की ओर से सभी पर्यटकों का तहसीलदार डा. वरुण गुलाटी और नायब तहसीलदार शांता शुक्ला ने स्वागत किया तथा उन्हें खाद्य सामग्री भी भेंट की।
डीसी मंडी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने बताया कि भारी बारिश व भूस्खलन के कारण सड़कें क्षतिग्रस्त होने से यह सभी पर्यटक जंजैहली में फंस गए थे। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोक निर्माण विभाग व संबंधित एजैंसियों के साथ दिन-रात कार्य करते हुए करसोग की ओर से पहले शंकरदेहरा तथा जंजैहली तक सड़क बहाल कर इन पर्यटकों को सुरक्षित निकाला है। सड़क बहाल होने से राहत व बचाव कार्यों में तेजी आई है।
पर्यटकों ने की राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना
अंबाला के पर्यटक अजय सैनी व उनकी धर्मपत्नी ने राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि वह एक दिन के लिए घूमने आए थे, लेकिन प्राकृतिक आपदा के कारण यहीं फंस गए। आपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन ने हम सभी की पूरी मदद की और हमें कोई असुविधा नहीं होने दी। इसके लिए हम राज्य सरकार और प्रशासन के आभारी हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के शामली निवासी वैभव और उनके परिजनों ने कहा कि हम राज्य सरकार, प्रशासन विशेष कर डीसी मंडी के आभारी हैं, जो हम से निरंतर संपर्क में रहे और हमें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होने दी। हमारे घर पर परिजनों से संपर्क साधने में भी हमारी मदद कर उनसे बात करवाई।
इन पर्यटकों की करवाई सुरक्षित वापसी
सुरक्षित घर वापसी करने वालों में पानीपत की अमाया, अंशुल, शिवा, वरुण प्रिया, ऊषा, युग, शामली, उत्तर प्रदेश से वैभव, अंकुर, मीनाक्षी, गिरीश, कर्णव, बठिंडा के सिद्धांत कुमार गर्ग, सुधा, क्रिस्टोफर, माइकल राज, तमिलनाडु के सर्वनराज, सरवन कुमार, जालंधर के भूपेंद्र सिंह, जुगल, तुषार, राजन कुमार, अनीता शर्मा, फरीदाबाद के अश्वनी कुमार, दिया जैन, कबीर कुमार, साहिल, डिम्पल, मोहाली पंजाब से शशि, अयान, रुचित, पटियाला के अमनेंदर सिंह, गुरप्रीत कौर, लुधियाना के बलजिंदर सिंह, अमनप्रीत कौर, जपनीत कौर, मनीष जैन, सुचेता जैन, भव्या जैन, शिया जैन, हरियाणा पंचकूला निवासी हिमांशु, निमिषा, सरोज, धरव, अव्यक्त, कुरुक्षेत्र निवासी पुनीत, वंदना सिंगला, तन्वी, इशनूर सिंगला, रोहिणी दिल्ली से विकास गर्ग, दिव्या गर्ग, काव्या गर्ग, सुहानी गर्ग, कृषभ गर्ग, दिल्ली निवासी मुकेश डागर, सुनीता, जालंधर निवासी राजीव कुमार, अपर्णा, आदित्य व समीर तथा अंबाला के अजय सैनी व उनकी धर्मपत्नी तथा चालक दल के सदस्य शामिल हैं।