Edited By Vijay, Updated: 08 Jun, 2025 12:32 PM

इंसानियत और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देते हुए ग्राम पंचायत टांडू के महेड़ चौहट्टा निवासी विप्लव सकलानी ने एक नन्हे खरगोश के बच्चे की जान बचाकर मिसाल कायम की है। यह घटना शुक्रवार रात की है जब विप्लव सकलानी अपने घर लौट रहे थे।
मंडी (ब्यूरो): इंसानियत और पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देते हुए ग्राम पंचायत टांडू के महेड़ चौहट्टा निवासी विप्लव सकलानी ने एक नन्हे खरगोश के बच्चे की जान बचाकर मिसाल कायम की है। यह घटना शुक्रवार रात की है जब विप्लव सकलानी अपने घर लौट रहे थे। रास्ते में उन्हें घर से थोड़ी दूरी पर एक डरा-सहमा और लाचार खरगोश का बच्चा दिखाई दिया।
खरगोश के बच्चे की हालत देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता था कि वह किसी संकट में है और आस-पास जंगली जानवरों का खतरा भी मौजूद था। विप्लव ने बिना समय गंवाए उस नन्हे जीव को उठाया और उसे अपने घर ले आए, ताकि रात के समय कोई शिकारी जानवर उसकी जान न ले सके।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर विप्लव सकलानी ने तत्परता दिखाते हुए मंडी वन मंडल के डीएफओ (वन मंडल अधिकारी) वासु डोगर से फोन पर संपर्क किया और उन्हें पूरी स्थिति की जानकारी दी। डीएफओ वासु डोगर ने उस समय अवकाश पर होने के बावजूद मामले को गंभीरता से लेते हुए रेंज ऑफिसर से बातचीत की। उन्होंने निर्देश दिया कि खरगोश के बच्चे को मंडी के भ्यूली स्थित वन कार्यालय में तैनात फाेरैस्ट गार्ड हेमराज को सौंप दिया जाए।
विप्लव सकलानी और उनकी पत्नी संजना ने शनिवार सुबह वन विभाग के कार्यालय पहुंचकर खरगोश के बच्चे को सुरक्षित रूप से फॉरेस्ट गार्ड हेमराज के सुपुर्द कर दिया। वन विभाग के अधिकारियों ने विप्लव दंपत्ति के जज्बे और जागरूक पहल की सराहना की और कहा कि ऐसे प्रयासों से ही समाज में वन्य जीवों के प्रति जिम्मेदारी का भाव पनपता है।
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