Edited By Vijay, Updated: 01 Apr, 2021 08:32 PM

उपमंडल नालागढ़ की ग्राम पंचायत करसोली में हो रहे अवैध खनन को लेकर पंचायत प्रधान वंदना के नेतृत्व में ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम नालागढ़ से मिलने पहुंचा। एसडीएम नालागढ़ के छुट्टी पर होने के चलते प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम कार्यालय का घेराव...
नालागढ़ (आदित्य): उपमंडल नालागढ़ की ग्राम पंचायत करसोली में हो रहे अवैध खनन को लेकर पंचायत प्रधान वंदना के नेतृत्व में ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल एसडीएम नालागढ़ से मिलने पहुंचा। एसडीएम नालागढ़ के छुट्टी पर होने के चलते प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम कार्यालय का घेराव किया व जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं मामले की जानकारी जैसे ही तहसीलदार नालागढ़ को मिली तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत किया। इसके बाद ग्रामीणों ने तहसीलदार के माध्यम से एसडीएम को ज्ञापन सौंपा, जिसमें अवैध खनन को रोकने और खनन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।

ग्रामीणों का कहना है कि लीज की आड़ में उनके गांव के साथ लगते नालों, सरकारी भूमि और कुछ जगह तो ग्रामीणों की जमीनों को भी साफ कर दिया गया है। ये अवैध खनन पिछले 2-3 वर्षों हो रहा है। ग्रामीणों द्वारा कई बार खनन विभाग व पुलिस को शिकायतें भी दी गईं लेकिन आज दिन तक किसी भी विभाग द्वारा अवैध खनन करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है और न ही खनन को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाए हैं, जिससे ग्रामीणों में प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर रोष है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के चलते आज उनके गांव में निजी व शामलात भूमि को भारी नुक्सान हो रहा है, जिससे सरकार को भी करोड़ों रुपए के राजस्व का नुक्सान हो रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि जब भी वे प्रशासन को खनन के बारे में सूचना देते हैं तो फोन बंद कर दिए जाते हैं या अधिकारी मौके पर नहीं आते। अब तो हालात ये हो चुके हैं कि खनन माफिया द्वारा सरकारी भूमि पर लगे बिजली के खंभों के आसपास की सारी मिट्टी उठा ली गई है और कुछ बिजली के खंभे तो गिरने की कगार पर पहुंच चुके हैं, जिससे आने वाले समय में कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है।