Edited By Jyoti M, Updated: 04 Mar, 2025 04:08 PM

रायसन में ब्यास नदी के किनारे आर.सी.सी. दीवार का कार्य कछुआ गति से होने के कारण लोगों में भारी रोष है। शिरढ़ नाला से यह कार्य फरवरी माह में शुरू किया गया था लेकिन अभी तक नाममात्र कार्य ही हो पाया है। जल शक्ति विभाग ने करोड़ों रुपए का ठेका ठेकेदार को...
नग्गर, (आचार्य): रायसन में ब्यास नदी के किनारे आर.सी.सी. दीवार का कार्य कछुआ गति से होने के कारण लोगों में भारी रोष है। शिरढ़ नाला से यह कार्य फरवरी माह में शुरू किया गया था लेकिन अभी तक नाममात्र कार्य ही हो पाया है। जल शक्ति विभाग ने करोड़ों रुपए का ठेका ठेकेदार को दिया, लेकिन धीमी गति में चल रहे कार्य से लोगों में नाराजगी है।
गौर रहे कि ब्यास नदी का जल स्तर अप्रैल माह से बढ़ जाएगा। कभी-कभी ब्यास नदी भयंकर रूप धारण कर लेती है। ऐसे में उस समय कार्य करना मुश्किल हो जाएगा। रायसन (चंडीगढ़) क्षेत्र वैसे ही संवेदनशील है। ब्यास नदी का रुख भी इसी बस्ती की ओर मुड़ा है। यहां दर्जनों मकान हैं और सैंकड़ों लोग रहते हैं।
वर्ष 2023 में आई बाढ़ से लोगों की जमीन को नुक्सान हुआ था। अब जब सरकार द्वारा यहां आर.सी.सी. दीवार लगाने का कार्य शुरू किया गया, लेकिन इसमें देरी होने से लोग चिंतित हैं। लोगों का कहना है कि पहले ब्यास नदी का रुख बदला जाए ताकि बस्ती सुरक्षित हो सके और आर.सी.सी. दीवार लगाने का कार्य भी प्रभावित न हो। जल शक्ति विभाग के सहायक अभियंता योगेश ठाकुर का कहना है कि ठेकेदार को मार्च माह तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।