Edited By Vijay, Updated: 20 Aug, 2023 09:40 PM

भारी बारिश से आई आपदा में प्रशासन आपदा पीड़ितों को ज्यादा से ज्यादा राहत प्रदान करने की कोशिश करे। जहां जमीन उपलब्ध हो वहां यह जमीन लोगों को दिए जाने के तरीके खोजें।
बिलासपुर (विशाल): भारी बारिश से आई आपदा में प्रशासन आपदा पीड़ितों को ज्यादा से ज्यादा राहत प्रदान करने की कोशिश करे। जहां जमीन उपलब्ध हो वहां यह जमीन लोगों को दिए जाने के तरीके खोजें। घर खो चुके लोगों का घर बनाने के लिए किन-किन योजनाओं में सहयोग किया जा सकता है व भविष्य में योजनाओं में बदलाव लाकर लोगों की मदद की जा सकती है तो अधिकारी उसके तरीके खोजें। यह बात रविवार को बिलासपुर पहुंचे केंद्रीय वित्त एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने जिला अधिकारियों की बैठक लेते हुए कही।
एम्स संस्थान के सभागार में हुई बैठक
आपदा समीक्षा की यह बैठक एम्स संस्थान के सभागार में हुई। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल सहित विधायक रणधीर शर्मा, जेआर कटवाल, त्रिलोक जम्वाल और पूर्व खाद्य मंत्री राजेंद्र गर्ग भी शामिल हुए। बैठक में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जिन लोगों की इस आपदा में बड़ी मात्रा में जमीन तबाह हो गई है उन्हें जमीन की व्यवस्था करने के तरीके खोजे जाएं। इसके लिए यदि केंद्र व राज्य सरकारों के राहत मैन्युअल में बदलाव किए जाने आवश्यक हों तो उसमें भी सुझाव दिए जाएं। प्रधानमंत्री आवास योजना में 2 कमरों का प्रावधान है लेकिन इस योजना में और अधिक राहत देने का रास्ता निकाला जाए।
आपदा में अपना मकान खो चुके परिवारों को दें आसरा
अनुराग ने लोगों से भी अपील की कि जिन लोगों के पास मकानों में जगह है वे लोग प्रशासन के राहत शिविरों में रह रहे लोगों को अपने मकानों में कुछ समय रहने की सुविधा दें। उन्होंने कहा कि आपदा में अपना मकान खो चुके परिवारों को यदि किराए के मकान में रहना पड़े तो आवश्यकता होने पर वे इसका किराया अपनी निधि से देकर भी लोगों का सहयोग करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला प्रशासन को कहा कि राहत शिविरों में रह रहे लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं मिलना सुनिश्चित किया जाए।
जिले में 189 करोड़ रुपए से अधिक के नुक्सान का आकलन : डीसी
बैठक में डीसी आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि जिले में बारिश के कारण आई आपदा में जिले में करीब 189 करोड़ रुपए से अधिक के नुक्सान का आकलन किया जा चुका है। आपदा में जिले के 12 व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है। जिले में 19 पक्के मकान जमींदोज हो गए हैं और 39 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त 16 कच्चे मकान जमींदोज हुए हैं और 211 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।क्षतिग्रस्त हुई सड़कों, डंगों व रास्तों आदि के लिए जिले में मनरेगा के तहत 3208 कार्यों के लिए 24 करोड़ रुपए से अधिक की राशि को मंजूरी दी गई है।
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