Edited By Vijay, Updated: 25 Dec, 2024 12:56 PM
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के देहरा के प्रागपुर डांगड़ा में स्थित बाबा सिद्ध चानो जी का मंदिर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। बाबा सिद्ध चानो जी को कलियुग की सच्ची सरकार भी कहा जाता है।
देहरा (राजीव शर्मा): हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के देहरा के प्रागपुर डांगड़ा में स्थित बाबा सिद्ध चानो जी का मंदिर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। बाबा सिद्ध चानो जी को कलियुग की सच्ची सरकार भी कहा जाता है। मंदिर के पुजारियों की मानें तो बाबा सिद्ध चानो जी का मंदिर 400 वर्षों से भी पुराना है। कहा जाता है कि बाबा सिद्ध चानो जी एक राजा थे वे एक दिन परागपुर गांव में प्रकट हुए और एक ऊंचे वृक्ष के नीचे विश्राम करने लगे। बाबा के विश्राम करने से पहले वह वृक्ष बिल्कुल सूखा हुआ था, लेकिन बाबा के विश्राम करने के बाद वह वृक्ष हराभरा हो गया।
बरगद के पेड़ पर शिवलिंग और बाबा जी की सवारी हाथी की है आकृति
गौरतलब है कि बाबा जी के प्रकट स्थल पर बरगद के पेड़ पर साक्षात पेड़ के तनों से शिवलिंग बना हुआ है। वहीं इसी पेड़ पर दूसरी ओर बाबा जी की सवारी हाथी की भी आकृति बनी हुई है, जिसका अधिकांश भक्तों को पता ही नहीं है। कहा जाता है कि राजा कैलाश चंद के चार पुत्र चानो, वानो, दानो, कानो थे। इनमें से बाबा चानो सिद्ध सबसे शक्तिशाली थे, जिस कारण उनके तीनों भाई उनसे ईर्ष्या करते थे। एक दिन तीनों भाइयों ने साजिश रचते हुए बाबा सिद्ध चानो से जंगल में एक मरी पड़ी हाथिन को वहां से उठाने को कहा। बाबा ने उनकी बातों में आकर हाथिन को पूंछ से उठाकर ऊपर की ओर फैंका जोकि तीसरे लोक में जाकर गिरी। बाद में तीनों भाइयों ने यह कहकर कि आपने मरी हुई हाथिन को उठाया है अब आप हमारे साथ नहीं रह सकते, अब हम चौथे युग कलियुग में मिलेंगे।
भगवान शिव से मिला था ये वरदान
इतना सुनकर बाबा चानो सिद्ध वहां से चले गए और जंगल में जाकर कई वर्षों तक शिव जी की तपस्या की। भगवान शिव ने बाबा चानो सिद्ध की भक्ति से प्रसन्न होकर उन्हें वरदान दिया था कि कलियुग में जो भी सच्चे मन से आपके दर्शन करेगा व बिना किसी छल के फरियाद करेगा वो अवश्य पूरी होगी। इस वरदान से खुश होकर बाबा चानो सिद्ध ने मक्का से मद्दीना होकर और मद्दीना से लाहौर होकर डांगड़ा में अपना आसन लगा लिया। भगवान शिव जी से प्राप्त शक्तियों से बाबा चानो ने दीन-दुखियों की सहायता की और उन्हें न्याय दिलाया। ऐसा माना जाता है कि जंगलों में बाबा चानो ने भगवान शिव जी की घोर तपस्या की थी और शिव जी से अनेक शक्तियां हासिल की थीं।
मंदिर में लगा रहता है भक्तों का मेला
बाबा सिद्ध चानो जी के मंदिर में हर दिन भक्तों का तांता लगा रहता है। मंगलवार और शनिवार के दिन यहां आने वाले भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। मंदिर में बाबा सिद्ध चानो जी की प्रतिमा स्थापित है। भक्त बाबा से अपने मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करते हैं।
बाबा के दरबार में मिलता है न्याय
लोगों का मानना है कि जिस किसी को कहीं न्याय नहीं मिलता, उसे बाबा सिद्ध चानो जी के दरबार में न्याय जरूर मिलता है। ऐसी मान्यता है कि बाबा सिद्ध चानो जी हमेशा न्याय के पक्ष में फैसला देते हैं। बाबा सिद्ध चानो जी के दरबार में लोग अपनी समस्याएं बताते हैं और बाबा जी उन समस्याओं का समाधान करते हैं।