Edited By Kuldeep, Updated: 26 Apr, 2025 04:57 PM

केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा है कि मैन्युफैक्चरिंग मिशन की घोषणा के बाद मेक-इन-इंडिया को बढ़ावा मिलेगा।
शिमला (कुलदीप): केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा है कि मैन्युफैक्चरिंग मिशन की घोषणा के बाद मेक-इन-इंडिया को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस बजट में मैन्युफैक्चरिंग मिशन की घोषणा इसी उद्देश्य से की गई है, जिससे रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। सतीश चंद्र दुबे सीपीआरआई शिमला में रोजगार मेले के दौरान बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेशानुसार देश के 47 स्थानों पर इस तरह के रोजगार मेले आयोजित किए गए। उन्होंने इस दौरान 61 हिमाचलियों को विभिन्न विभागों में नियुक्ति पत्र बांटे। सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग मिशन से न केवल देश की लाखों एमएसएमई बल्कि लघु उद्यमियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि आईएमएफ ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया है।
उन्होंने कहा कि आज देश के हर सैक्टर में नौकरियों के अवसर बढ़ रहे हैं। हाल के दिनों में ऑटोमोबाइल और फुटवियर इंडस्ट्रीज में उत्पादन एवं निर्यात में नए रिकार्ड बने हैं। देश में पहली बार खादी और ग्राम उद्योग के प्रोडक्ट्स ने 1.70 लाख करोड़ रुपए का टर्नओवर पार किया है। इससे खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के लाखों नए अवसर उपलब्ध हुए हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की प्रगति और सफलता की नींव उस राष्ट्र के युवा होते हैं। भारत का युवा आज अपने परिश्रम और इनोवेशन से दुनिया को प्रभावित कर रहा है। स्किल इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया एवं डिजिटल इंडिया जैसे अनेक अभियान भी युवाओं को नए अवसर उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस दशक में हमारे युवाओं ने टैक्नोलॉजी, डेटा और इनोवेशन के क्षेत्र में भारत को दुनिया में बहुत आगे पहुंचा दिया है। आज भारत में ई-मार्कीट प्लेस जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म ने सफलता के झंडे गाड़ दिए हैं। इसी कारण आज भारत में सबसे ज्यादा रियल टाइम डिजिटल ट्रांजैक्शन्स हो रही हैं, जिसका श्रेय युवाओं को जाता है।