Edited By Kuldeep, Updated: 18 Jun, 2025 06:17 PM

नेता प्रतिपक्ष एवं जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश में पुलिस पेपर लीक होने की प्रबल संभावना है। इसको देखते हुए पेपर को रद्द किया जाना चाहिए।
शिमला (कुलदीप): नेता प्रतिपक्ष एवं जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया है कि हिमाचल प्रदेश में पुलिस पेपर लीक होने की प्रबल संभावना है। इसको देखते हुए पेपर को रद्द किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांगड़ा जिला में 2 गिरफ्तारियों के बाद इस पर जांच बिठाने व नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। उन्होंने एनटीटी भर्ती, आऊटसोर्स एजैंसी के कामकाज और नर्सिंग भर्ती प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए।
जयराम ठाकुर यहां पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने अढ़ाई वर्ष के कार्यकाल के बाद एकमात्र पुलिस भर्ती प्रक्रिया को शुरू किया, जिसमें अनियमितताएं सामने आई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर को पास करने के लिए कुछ लोग पैसे लेकर काम कर रहे हैं। ऐसे में पेपर लीक की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इससे सरकार की भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता बरते जाने की पोल खुलकर रह गई है।
कांग्रेस विधायक या पदाधिकारियों के नाम पर एजैंसी पंजीकृत
जयराम ठाकुर ने दावा किया कि कांग्रेस विधायक या पदाधिकारियों के नाम से आऊटसोर्स एजैंसी पंजीकृत है। उन्होंने आरोप लगाया कि एन.टी.टी. भर्ती के लिए ठेकेदार अलग से इंटरव्यू ले रहे हैं और अलग से हिसाब-किताब कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब नर्सिंग भर्ती हुई थी, तो डेढ़ से 2 लाख रुपए मांगे गए थे।
सुनियोजित तरीके से हो रहा भ्रष्टाचार
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार में भ्रष्टाचार सुनियोजित तरीके से हो रहा है। इसमें कोई एक्साइज का काम देख रहा है, कोई कबाड़, कोई क्रशर, कोई हैल्थ सप्लाई और कोई उद्योग विभाग को डील कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि अपने लोगों को फायदा देने के लिए ऐसा सिस्टम खड़ा किया है, जैसा प्रदेश में कभी नहीं था। उन्होंने दावा किया कि धीरे-धीरे भाजपा के पास सभी चीजें सामने आने लगी है। ऐसे में मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह भ्रष्टाचार पर लगाम कसें तथा पुलिस भर्ती प्रक्रिया में सामने आए भ्रष्टाचार की जांच करे।