Himachal: जयराम के अहंकार के कारण पूरा विपक्ष आज सदन में नहीं : जगत

Edited By Vijay, Updated: 22 Aug, 2025 10:32 PM

due to jairam s arrogance the entire opposition is not present in the house toda

राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर जमकर हमले बोले।

शिमला (भूपिन्द्र): राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर जमकर हमले बोले। उन्होंने जयराम ठाकुर को हिमाचल, भाजपा और सराज के लिए पनौती करार दिया तथा कहा कि नेता प्रतिपक्ष की दिल्ली में कोई पकड़ नहीं है और यदि हम उनके साथ दिल्ली जाएंगे तो वहां से जो मदद मिलनी भी होगी, वह भी नहीं मिलेगी। यह बात उन्होंने शुक्रवार को विधानसभा में आपदा को लेकर नियम 67 के तहत 5 दिन चली चर्चा का जवाब देते हुए कही। सदन में विपक्ष ने उनका बायकाट किया तथा जैसे ही वह जवाब देने के लिए उठे तो सभी विपक्षी सदस्य सदन से उठकर बाहर चले गए। उन्होंने विपक्ष की अनुपस्थिति में जवाब दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जयराम ठाकुर के अहंकार के कारण पूरा विपक्ष आज सदन में नहीं है। राजस्व मंत्री ने कहा कि विपक्ष केवल राजनीति के लिए इस विषय को सदन में लाया। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष बनाकर भाजपा ने बहुत बड़ी गलती की है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष को सांसद कंगना की ज्यादा चिंता है, इसलिए खराब रास्ते की बात कहकर उन्हें रोक दिया।

कौन देगा आपदा में एकत्रित किए पैसों का हिसाब

जगत सिंह नेगी ने कहा कि आपदा के दौरान भाजपा ने जो करोड़ों रुपए एकत्रित किए उसका हिसाब कौन देगा। उन्होंने कहा कि आपदा के समय रिलीफ देने में जो भेदभाव करेगा उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा-33 व 34 के तहत कार्रवाई करने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि इन पर जांच करके इस अधिनियम के तहत सलाखों के पीछे भेजना पड़ेगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या कारण है कि 2023 में नेता प्रतिपक्ष ने पैसा एकत्रित नहीं किया। क्या कारण है कि सारा पैसा जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र में एकत्रित किया जा रहा है। नेगी ने कहा कि सराज में आपदा में जो भारी नुक्सान हुआ है, उसका कारण पूर्व भाजपा सरकार के समय हुआ अवैज्ञानिक विकास है।

हिमाचल को लगी किसी की नजर : काजल

इससे पहले चर्चा शुरू करते हुए पवन काजल ने कहा कि बार-बार आपदा आने से ऐसा लगता है कि हिमाचल पर किसी की नजर लग गई है। उन्होंने बाढ़ आने व बादल फटने के कारणों पर चिंता करने की आवश्यकता पर बल दिया। हमारी सरकार ने बेसहारा लोगों, बंदरों व कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए ठोस नीति बनाई, लेकिन वर्तमान सरकार ने क्या किया। उन्होंने कहा कि गगल में मांझी खड्ड का तटीकरण नहीं हुआ तो गगल तबाह हो जाएगा।

ग्रामीण क्षेत्रों में 1,000 वर्ग मीटर व इससे अधिक का निर्माण आएगा टीसीपी के दायरे में : धर्माणी

हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 1,000 वर्ग मीटर व इससे अधिक का निर्माण टीसीपी के दायरे में आएगा। यदि कोई ग्रामीण क्षेत्र में 1,000 वर्ग मीटर का प्लाॅट खरीदता है तो वह भी टीसीपी के दायरे में आएगा। इससे स्थानीय लोगों को छूट दी जाएगी। इसके अलावा साडा के क्षेत्र में 600 वर्ग मीटर का क्षेत्र भी टीसीपी के दायरे में आएगा। यह बात तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने शुक्रवार को विधानसभा में नियम 67 के तहत हो रही चर्चा में भाग लेते हुए कही। धर्माणी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हर बरसात में भारी नुक्सान होता है। इसमें सबसे बड़ी आपदा जलवायु परिवर्तन है। जलवायु परिवर्तन का आने वाले दिनों में और असर देखने को मिलेगा।

आपदा के समय लोक निर्माण मंत्री विदेश चले गए : रणधीर

विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि बरसात हर वर्ष आती है, ऐसे में क्या सरकार पूर्व योजना के सिद्धांत पर काम करती है। मई व जून में नालों से मलबा नहीं हटाया गया। बरसात से पहले संबंधित विभाग से बैठक करके पूरी तैयारी की जाए, लेकिन इस वर्ष की आपदा से स्पष्ट है कि सरकार इसका लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि राजस्व मंत्री का बयान भी सरकार की गंभीरता को दिखाता है, जिसमें उन्होंने सराज के नुक्सान पर कहा। इसके अलावा आपदा के समय लोक निर्माण मंत्री विदेश चले गए। इस दौरान उन्होंने केंद्र की ओर से आई राशि का भी ब्यौरा दिया।

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!