Edited By Kuldeep, Updated: 16 Dec, 2025 10:17 PM

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) द्वारा निजी बीएड कालेजों में मौजूद खाली सीटों पर प्रवेश प्राप्त करने के लिए मिले मौके के बाद भी काफी सीटें खाली रह गई हैं।
शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) द्वारा निजी बीएड कालेजों में मौजूद खाली सीटों पर प्रवेश प्राप्त करने के लिए मिले मौके के बाद भी काफी सीटें खाली रह गई हैं। एचपी कोटे के तहत 15 व 16 दिसम्बर तक विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में दस्तावेजों की वैरीफिकेशन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बीएड की अब भी 840 सीटें खाली रह गई हैं। 2 दिनों में बीएड की एचपी कोटे के तहत 71 सीटें भरीं। इसके अलावा मैनेजमैंट कोटे के तहत 2 दिनों में 32 सीटें भरीं।
इसमें बीते सोमवार को 27 और मंगलवार को 5 सीटें भरीं। इस प्रवेश प्रक्रिया के पूरी होने के बाद मैनेजमैंट कोटे के तहत बीएड की अब कुल 179 सीटें खाली हैं। यानी कि एचपी कोटे व मैनेजमैंट कोटे के तहत कुल मिलाकर 1019 सीटें अभी भी खाली हैं। अब इन खाली सीटों को भरने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है।
इसी के साथ इस सत्र में बीएड की एचपी कोटे के तहत कुल 5548 सीटों में से अब तक 4708 सीटें भरी हैं। इसके अलावा मैनेजमैंट कोटे के तहत कुल 502 सीटों में से अब तक 323 सीटें ही भर पाई हैं। जानकारी के अनुसार अब बीएड की काऊंसलिंग प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाई जाएगी और संभावना है कि प्रवेश प्रक्रिया अब पूरी कर ली गई है।
हालांकि आगामी दिनों में इसे लेकर औपचारिक निर्णय लिया जाएगा। बीएड कालेजों में खाली सीटों को भरने के लिए बीते माह विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रवेश परीक्षा से छूट देकर मैरिट के आधार पर तय नियमों के तहत प्रवेश प्रक्रिया अमल में लाई। इसके बाद हालांकि काफी सीटें भरने में मदद मिली लेकिन अभी भी 1019 सीटें खाली रह गई हैं।