Edited By Kuldeep, Updated: 08 Apr, 2025 09:07 PM

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि महंगाई का बोझ लादने के बाद सरकार जिस तरह के तर्क दे रही है वह और भी हास्यास्पद है।
शिमला (हैडली): नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि महंगाई का बोझ लादने के बाद सरकार जिस तरह के तर्क दे रही है वह और भी हास्यास्पद है। बसों का किराया 5 रुपए से बढ़ाकर 10 रुपए करने के पीछे सरकार तर्क देती है की छुट्टे की समस्या की वजह से यह फैसला लिया गया है। अब अस्पतालों में इलाज करने के लिए पर्ची के नाम पर 10 रुपए की फीस को जायज ठहराने के लिए सरकार कह रही है कि लोग अपनी पर्ची खो देते हैं इसलिए 10 रुपए का शुल्क लगाया गया है, जिससे वह पर्चियां न खोएं।
अपनी हर नाकामी को अजीबो गरीब तर्क देकर जायज ठहरने का सिलसिला कब रुकेगा? शिमला से जारी बयान में उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सरकार अब योजना बना रही है कि किसी भी मरीज को 1 साल में एक बार ही निःशुल्क जांच की जाएगी। इसके अलावा ओ.पी.डी. के पेशैंट को भी निःशुल्क जांच के दायरे से बाहर रखने की तैयारी सरकार कर रही है। अपने इस कृत्य को जायज ठहराने के लिए भी सरकार कोई भी तर्क दे सकती है। आज प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की जो हालात है वह किसी से छिपी नहीं है। सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर झूठ बोलकर ही हर दिन प्रदेश के लोगों को बरगला रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि विमल नेगी की संदिग्ध मृत्यु के मामले में चल रही पुलिस की कार्रवाई पर चौतरफा सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। परिजनों द्वारा सरकार की जांच पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। एक आरोपी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने तक पुलिस ट्रेस नहीं कर पाई। नेगी के परिजनों का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट में आरोपी की जमानत के विरुद्ध सरकार की तरफ से कोई वकील प्रस्तुत ही नहीं हुआ।
कल तक के समाचारों के अनुसार आरोपी आईएएस अधिकारी पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने पर जांच में सहयोग देने के लिए शामिल होने ही नहीं पहुंचे थे। पूरी जांच प्रक्रिया का इस प्रकार से मजाक बनाया जा रहा है। यह सब किसकी शह पर हो रहा है। जयराम ठाकुर दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित भारत रत्न संविधान निर्माता बाबा साहेब अम्बेदकर सम्मान समारोह में शामिल हुए।