Edited By Kuldeep, Updated: 03 Nov, 2024 07:14 PM
हिमाचल प्रदेश को नए वर्ष में 2,061 वन मित्र मिलेंगे। इन पदों को भरने के लिए जिला स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाने के निर्देश दे दिए गए हैं, जिसके ऊपर शीघ्र अमल होने की संभावना है।
शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश को नए वर्ष में 2,061 वन मित्र मिलेंगे। इन पदों को भरने के लिए जिला स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाने के निर्देश दे दिए गए हैं, जिसके ऊपर शीघ्र अमल होने की संभावना है। यह कमेटी वन विभाग को मिले आवेदनों की पड़ताल करेगी, जिसमें से नए वन मित्रों का चयन किया जाएगा। वन विभाग को इन पदों को भरने के लिए 70 हजार से अधिक आवेदन मिले हैं। यानी छंटनी के बाद आवेदकों को ग्राऊंड टैस्ट सहित अन्य औपचारिकताओं को पूरा करना होगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में गत 22 अक्तूबर को हुई मंत्रिमंडल बैठक में वन विभाग में 2,061 वन मित्रों की भर्ती प्रक्रिया को मंजूरी प्रदान की गई थी। इसके अनुसार अब 75 फीसदी अंक दस जमा 2 कक्षा श्रेणी तथा 15 अंक आरक्षित श्रेणी एवं खेल इत्यादि गतिविधियों के आधार पर मिलेंगे। इसमें इकलौती बेटी, एससी, एसटी, ओबीसी, एनसीसी, भारत स्काऊट एंड गाइड और एनएसएस सहित राष्ट्रीय खेलकूद स्पर्धा के आधार पर दिए जाएंगे।
10 अंकों का व्यक्तिगत साक्षात्कार नहीं होगा
वन मित्र भर्ती में 10 अंकों का व्यक्तिगत साक्षात्कार नहीं होगा। न्यायालय के आदेशानुसार व्यक्तिगत साक्षात्कार में अब छूट मिल गई है। इससे वनरक्षक बनने की आस लगाए बैठे युवाओं ने राहत की सांस ली है। यानी भर्ती प्रक्रिया में अब मैरिट को प्रमुख आधार बनाए जाने की संभावना है।
लंबे समय से सिरे नहीं चढ़ पाई प्रक्रिया
मौजूदा सरकार के समय में वन मित्रों के पदों को भरने की प्रक्रिया लंबे समय से पूरी नहीं हो पाई है। यानी यह मामला विभिन्न कारणों से लंबा खींचता चला गया है। इसका एक कारण 10 अंकों के व्यक्तिगत साक्षात्कार को लेकर मामला न्यायालय की परिधि में जाना है। इसमें न्यायालय ने बाद में व्यक्तिगत साक्षात्कार से छूट दी है। चयन होने पर पात्र उम्मीदवार को 10 हजार रुपए मासिक मानदेय देने का प्रस्ताव है।