Shimla: 23 को उच्च पर्वतीय इलाकों में हो सकती है वर्षा व बर्फबारी

Edited By Kuldeep, Updated: 20 Nov, 2024 08:45 PM

shimla high mountain area rain snowfall

राज्य में पिछले करीब 2 माह से वर्षा न होने के कारण लोग शुष्क ठंड की मार झेल रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार 23 नवम्बर को उच्च पर्वतीय इलाकों लाहौल-स्पीति, चम्बा, कुल्लू व कांगड़ा के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा व हिमपात होने के आसार हैं, लेकिन...

शिमला (संतोष): राज्य में पिछले करीब 2 माह से वर्षा न होने के कारण लोग शुष्क ठंड की मार झेल रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार 23 नवम्बर को उच्च पर्वतीय इलाकों लाहौल-स्पीति, चम्बा, कुल्लू व कांगड़ा के कुछ हिस्सों में हल्की वर्षा व हिमपात होने के आसार हैं, लेकिन उसके बाद एक सप्ताह तक मौसम पूरी तरह से साफ व शुष्क रहेगा। ऐसे में बारिश व बर्फबारी के लिए लोगों को इंतजार करना होगा, लेकिन उससे पहले लोग शुष्क ठंड की मार झेलने को लाचार हो गए हैं और उच्च पर्वतीय इलाकों में तो पानी भी जमने लगा है। न्यूनतम तापमान अब और नीचे चला गया है। ताबो में न्यूनतम तापमान रिकार्ड माइनस 8.8 डिग्री तक जा पहुंचा है, जबकि कुकुमसेरी में माइनस 3.6 व समदो में माइनस 1.1 डिग्री न्यूनतम तापमान बना हुआ है। कल्पा में 1.2, मनाली में 2.4 व बजौरा में 3.3, जबकि राजधानी शिमला में 7.6 डिग्री न्यूनतम तापमान चल रहा है। मौसम विभाग के अनुसार 23 व 24 नवम्बर को भाखड़ा बांध व सुंदरनगर के जलाशय क्षेत्रों के कई हिस्सों में कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है, जिससे दृश्यता में कमी आएगी।


राज्य में पिछले कई दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है और इस मौसम के कारण सर्दी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में सुबह-शाम भारी ठंड देखने को मिल रही है। हिमाचल के जनजातीय इलाकों में तापमान शून्य से 9 डिग्री नीचे तक गिर चुका है। ठंड बढ़ने से लोग सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी बीमारियों की चपेट में भी आ रहे हैं। राज्य के ऊंचे इलाकों में अब झरनों के साथ प्राकृतिक झीलें जमने लगी हैं। नीलकंठ झील के साथ रोहतांग दर्रे के साथ सटी भृगु झील का पानी जम गया है। चंद्रताल झील के साथ मनाली-लेह सड़क से सटे सूरजताल, दीपकताल व अल्यास झील का पानी भी जम गया है। सिस्सू झील का पानी भी रात्रि तापमान में गिरावट के चलते सुबह के समय जमना शुरू हो गया है। उधर, चम्बा जिले में भी अब ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तापमान शून्य से नीचे जाने के कारण प्राकृतिक जलस्रोत जमने लगे हैं। पांगी के तहत सचे जोत के साथ करत नाला के साथ बहने वाला झरना पूरी तरह से बर्फ में तबदील हो चुका है।

राज्य में पिछले 24 घंटों में अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहा और सुंदरनगर में हल्का कोहरा छाया रहा। ऊना में अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री रहा, जबकि राजधानी शिमला में 16.6 डिग्री तापमान रिकार्ड किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार 23 नवम्बर को उच्च पर्वतीय इलाकों में हल्की वर्षा व हिमपात हो सकता है, लेकिन उसके बाद एक सप्ताह तक मौसम के साफ व शुष्क रहने के आसार हैं, जिससे शुष्क ठंड के और बढ़ने की संभावनाएं हैं।

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