Edited By Kuldeep, Updated: 09 Feb, 2025 10:13 PM
बिजली बोर्ड में कर्मचारियों के पदों को सरप्लस व समाप्त करने को लेकर प्रदेश भर में आज यानी सोमवार से आंदोलन तेज होगा।
शिमला (राजेश): बिजली बोर्ड में कर्मचारियों के पदों को सरप्लस व समाप्त करने को लेकर प्रदेश भर में आज यानी सोमवार से आंदोलन तेज होगा। बिजली बोर्ड मुख्यालय सहित प्रदेश के सभी विद्युत उपमंडलों व अन्य कार्यालयों में बिजली बोर्ड कर्मचारी व अभियंता सहित तकनीकी कर्मचारी काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे और प्रदेश सरकार के बिजली बोर्ड कर्मचारी विरोधी फैसलों का विरोध करेंगे। वहीं सोमवार से कर्मचारी वर्क टू रूल के तहत काम करेंगे, यानी 8 घंटे ड्यूटी देंगे। इन घंटों में जो भी कर्मचारी व अधिकारी संबंधित कार्य होगा, वही किया जाएगा। इसके बाद कर्मी कोई काम नहीं करेंगे।
ऐसे में यदि बिजली लाइनों में बिजली आपूर्ति बहाल करने की व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है। बिजली बोर्ड कर्मचारी, अभियंता व पैंशनर्ज की ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर प्रदेश में कर्मचारी सरकार का पदों को समाप्त करने का विरोध करेंगे। यह विरोध प्रदर्शन उस समय तक जारी रहेगा, जब तक सरकार लिए गए फैसलों को वापस नहीं लेती है।
11 फरवरी से हमीरपुर से आंदोलन होगा और तेज
ज्वाइंट एक्शन कमेटी के संयोजक लोकेश ठाकुर व सह-संयोजक हीरा लाल वर्मा ने कहा कि सरकार कर्मचारी विरोधी फैसले ले रही है। आज तक किसी भी सरकार ने इस तरह के फैसले बोर्ड कर्मचारियों के लिए नहीं लिए हैं। ऐसे में जहां काले बिल्ले लगाकर इसका विरोध होगा, वहीं 11 फरवरी को हमीरपुर जिले में 7 मांगों पर जिला बिजली पंचायत का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद अन्य जिलों में भी जिला बिजली पंचायत का आयोजन होगा, जिसकी घोषणा हमीरपुर से की जाएगी।
जल्द ही नहीं फैसला लिया तो मास कैजुअल लीव पर जा सकते हैंं कर्मी
सरकार जल्द ही यदि कोई फैसला नहीं लेती है और लिए गए फैसलों को वापस नहीं लेती है तो 24 फरवरी को हिमाचल प्रदेश के सभी बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं को सामूहिक आकस्मिक अवकाश (मास कैजुअल लीव) पर जाने का मजबूरन फैसला लेना होगा।