Edited By Kuldeep, Updated: 27 Dec, 2025 10:26 PM

अखिल भारतीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शनिवार को दिल्ली में हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी भाग लिया।
शिमला (राक्टा): अखिल भारतीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शनिवार को दिल्ली में हुई। बैठक में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी भाग लिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की चेयरपर्सन सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित विभिन्न वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में हुई इस बैठक से पार्टी के भविष्य के कार्यक्रमों, नीतियों व रणनीति के संबंध में चर्चा कर आगामी रणनीति तय की गई। इसके साथ ही मनरेगा का नाम बदलने तथा इसके मूल उद्देश्यों को कमजोर करने के लिए केंद्र सरकार के विरुद्ध देशभर में जन-जागरूकता अभियान चलाए जाने का निर्णय लिया गया है।
वहीं बैठक के बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री सुक्खू ने मनरेगा को देश की सबसे अहम रोजगार गारंटी योजना बताते हुए कहा है कि जिस तरह से इस योजना को डायल्यूट करने की कोशिश की गई, उससे आम आदमी, गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का रोजगार छीना गया है। उन्होंने कहा कि मनरेगा का मूल उद्देश्य गांव के जरूरतमंद व्यक्ति को रोजगार की गारंटी देना था, लेकिन केंद्र की नीतियों के चलते इस योजना को कमजोर कर दिया गया है।
वहीं एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने 3 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुकी है और ये तीनों वर्ष व्यवस्था परिवर्तन के रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो सिस्टम पिछले 40 वर्षों से चला आ रहा था, उसे बदलने का साहसिक प्रयास उनकी सरकार ने किया है। इसी व्यवस्था परिवर्तन के कारण आज हिमाचल प्रदेश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार आम आदमी, गरीब और गांव के व्यक्ति के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी कीमत पर जनकल्याणकारी योजनाओं को कमजोर नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि व्यवस्था परिवर्तन केवल नारा नहीं, बल्कि हिमाचल के भविष्य को सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने की ठोस पहल है।
ठोस नीतिगत फैसले लेकर धरातल पर उतारे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने केवल घोषणाएं नहीं कीं, बल्कि ठोस नीतिगत फैसले लेकर उन्हें जमीन पर उतारने का काम किया है। इन फैसलों का उद्देश्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना, संसाधनों का बेहतर उपयोग करना और जनता को स्थायी लाभ पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर हिमाचल की सोच के तहत सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था, रोजगार सृजन और सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
प्रयासों का असर नजर आने लगा
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि सरकार के प्रयासों का असर अब साफ नजर आने लगा है। प्रदेश विकास की नई दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में इन नीतिगत निर्णयों के सकारात्मक परिणाम और स्पष्ट रूप से सामने आएंगे।
प्रदेश प्रभारी सहित अन्य नेताओं से भी मिले
सूचना के अनुसार मुख्यमंत्री ने प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल के साथ ही पूर्व प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला सहित अन्य नेताओं से भी मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के पुनर्गठन के साथ ही जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों पर भी चर्चा होने की सूचना है।