Edited By Vijay, Updated: 11 Jul, 2025 06:41 PM

अस्पतालाें मे सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालने की बजाय कुछ सुरक्षा कर्मी चांदी कूटने में लगे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला सुपर स्पैशलिटी अस्पताल चमियाणा में सामने आया है....
शिमला (संतोष): अस्पतालाें मे सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभालने की बजाय कुछ सुरक्षा कर्मी चांदी कूटने में लगे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला सुपर स्पैशलिटी अस्पताल चमियाणा में सामने आया है, जहां पर सुरक्षा कर्मी अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था संभालने की बजाय लोगों को मास्क बेच रहा है और उनसे पैसे ले रहा है। मजे की बात यह है कि जो मास्क बेचे जा रहे हैं, वह ओटी मास्क हैं और इनके बदले में 10 रुपए प्रति मास्क चार्ज किया जा रहा है, जबकि यह ट्रिप्पल लेयर भी नहीं है।
सुरक्षा कर्मी काे काैन कर मास्क की आपूर्ति?
सूत्र बताते हैं कि ये मास्क अस्पताल प्रशासन को 80 पैसे से लेकर 1.15 रुपए के मिलते हैं। ओटी के मास्क होने के कारण सवाल उठ रहा है कि आखिर यह सुरक्षा कर्मी इसे कहां से लाया है और इसे कौन इसकी आपूर्ति कर रहा है। जब इसकी वीडियो सामने आई तब जाकर अस्पताल प्रशासन जागा और इसके खिलाफ एक्शन लेने की बात कह रहा है, जबकि अस्पताल में चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं तो क्या ऐसे में अस्पताल के किसी भी अधिकारी ने इस सिक्योरिटी गार्ड को मास्क बेचते हुए नहीं देखा है। ऐसे में मिलीभगत होने की बात को भी नकारा नहीं जा सकता है।
हालांकि राज्य के अस्पतालों में रोगी व तीमारदारों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है, क्योंकि कोरोना का नए वैरिएंट भी आया हुआ है, लेकिन मास्क के नाम पर मरीजों व उनके तीमारदारों को इस प्रकार से लूटने वाला यह कृत्य अटल इंस्टीट्यूट ऑफ सुपर स्पैशलिटी चमियाणा में ही सामने आया है। अब सवाल उठता है कि आखिर अस्पताल प्रशासन इस मामले पर कितना संजीदा है और क्या कार्रवाई करता है।
शिकायत मिलते ही कार्रवाई की शुरू : डाॅ. सुधीर
चमियाणा सुपर स्पैशलिटी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्साधीक्षक डाॅ. सुधीर शर्मा ने कहा कि अस्पताल में इस प्रकार मास्क बेचने के मामला उनके संज्ञान में आया है, जिस पर उन्होंने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। अस्पताल में इस प्रकार का कोई भी कृत्य स्वीकार्य नहीं है।