Edited By Kuldeep, Updated: 20 Jan, 2025 04:32 PM
पीज गांव में गत रात सदियाला पर्व की धूम रही। रात भर लोगों ने हाथों में मशालें लेकर अश्लील जुमलों के साथ गांव की परिक्रमा की।
कुल्लू (दिलीप) : पीज गांव में गत रात सदियाला पर्व की धूम रही। रात भर लोगों ने हाथों में मशालें लेकर अश्लील जुमलों के साथ गांव की परिक्रमा की। ऐसी मान्यता है कि इस तरह के जुमलों से आसुरी शक्तियां का वास नहीं रहता है। साथ ही क्षेत्र में खुशहाली बनी रहती है। हालांकि सभ्य समाज में गालियों का प्रचलन बंद है तथा अश्लील गालियों पर प्रतिबंध है, लेकिन देव कारज में इन परम्पराओं का निर्वाहन किया जाता है। इसमें किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं रहता है। देव समाज की परम्पराओं का निर्वाहन और क्षेत्र की समृद्धि व खुशहाली के लिए ये अश्लील जुमले जरूरी माने जाते हैं।
महाराजा कोठी के शिखर पर स्थित अराध्य देवता जमलू के मंदिर व आसपास के क्षेत्र में इस तरह की परंपरा निभाई गई। देवता के कारदार देवी सिंह ने बताया कि पीज सदियाला में देवता जमलू नागाधार व देवता शीला के हारियानों द्वारा ढोल-नगाड़ों की थाप पर इस परम्परा का निर्वाहन किया गया। शनिवार देर रात को इस उत्सव में बड़ी संख्या में लोगों ने देवी-देवताओं का आशीर्वाद लिया।
मान्यता है कि यदि किसी ने इन गालियों का बुरा माना तो उसे देवता के कोप भाजन का शिकार होना पड़ता है। रात के समय पीज गांव के साथ लगते अन्य 4 गांवों धारा, वैंग, पीज और रायल गांव के ग्रामीणों ने रात 12 बजे के बाद मशालें जलाकर एक गांव से दूसरे गांव तक परिक्रमा की तथा एक-दूसरे को अश्लील गालियां दीं। इस पर्व के दौरान अगर कोई व्यक्ति इन गालियों का बुरा मानता है तो उसे देवता स्वयं दंड देते हैं।
सदियाला पर्व के दौरान लोगों व हारियान द्वारा देवता के प्रांगण में 6 चक्कर लगाकर 7वां चक्कर पीज गांव का लगाया गया। इस दौरान ग्रामीण जब रायल गांव पहुंचे तो वहां से गालियां देते हुए देवता जमलू के मंदिर में जागरे का दहन किया गया।