Himachal: एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने पर हिमाचल में पर्यटन के क्षेत्र में आएगा निखार

Edited By Jyoti M, Updated: 10 Feb, 2025 01:11 PM

promoting adventure tourism will improve the tourism sector in himachal

हिमाचल प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने से पर्यटन के क्षेत्र में निखार आएगा। देश भर के टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स हिमाचल में एडवेंचर टूरिज्म के क्षेत्र में कार्य की सिफारिश कर रहे हैं। बीते कुछ समय में विश्व भर में एडवेंचर टूरिज्म की मांग तेजी...

शिमला, (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने से पर्यटन के क्षेत्र में निखार आएगा। देश भर के टूरिज्म स्टेकहोल्डर्स हिमाचल में एडवेंचर टूरिज्म के क्षेत्र में कार्य की सिफारिश कर रहे हैं। बीते कुछ समय में विश्व भर में एडवेंचर टूरिज्म की मांग तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में कई ट्रैवल पार्टनर्स एडवेंचर संबंधित गतिविधियों को टूरिज्म पैकेज व यात्रा में शामिल करने पर जोर दे रहे हैं। इसको देखते हुए प्रदेश सरकार व हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग इस दिशा में कार्य करेंगे।

हालांकि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने को लेकर पहले से ही दिशा-निर्देश जारी कर रखे हैं और योजनाबद्ध तरीके से इस दिशा में आगे बढ़ा जा रहा है। पर्वतारोहण व घूमने के शौकीनों के लिए हिमाचल पसंदीदा स्थल है। हालांकि कई स्थान ऐसे हैं जिनकी उचित पब्लिसिटी की जरूरत है और प्रदेश सरकार इस दिशा में कार्य करेगी। कुल्लू शहर से 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लग घाटी तक लगभग 3 से 5 घंटे का पैदल रास्ता (ट्रैक) तय कर यहां पहुंचा जा सकता है।

कैम्पिंग के लिहाज से भी यह जगह उत्तम है। भुंतर हवाई अड्डे से कुछ दूरी पर शिंदोधार स्थित है। यह कुल्लू का प्रसिद्ध पर्यटन गंतव्य है, जिसे क्षेत्र की अत्यन्त मनमोहक 'घाटियों के लिए जाना जाता है। इसे 'गड़सा घाटी' भी कहा जाता है। यह अद्भुत स्थल दक्षिण में बंजार तहसील, पश्चिम की ओर द्रंग और दक्षिण की ओर सराज तहसील से घिरा हुआ है। साहसिक खेल प्रेमी शिमला से गुम्मा, लुहरी, आनी से जलोड़ी और आगे कुल्लू होते हुए ट्रैकिंग कर सकते हैं।

शिमला ग्रामीण और कुल्लू घाटी की सुंदरता का आनंद लेते हुए इस ट्रैक को पार करने में लगभग एक सप्ताह का समय लगेगा। इसके अलावा पार्वती घाटी में खीरगंगा के लिए बरशैणी गांव से लगभग 24 किलोमीटर की पैदल दूरी तय कर पहुंचा जा सकता है। उतार-चढ़ाव से भरपूर इस रास्ते से खीरगंगा पहुंचने में एक दिन लगता है। हरे-भरे पहाड़ों, ऊंचे झरनों, वनस्पतियों और जैव विविधता के लिए विख्यात पार्वती घाटी आगंतुकों को रोमांचित करती है।

पैराग्लाइडिंग, वाटर स्पोर्ट व स्कीइंग को बढ़ावा देने की कवायद शुरू

पैराग्लाइडिंग, वाटर स्पोर्ट्स व स्कीइंग को बढ़ावा देने के अलावा पर्वतारोहियों को सुविधा प्रदान करने के लिए भी सरकार द्वारा कवायद शुरू कर दी गई है। सरकार की ओर से हिमाचल प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में विकास के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है। इस ब्लू प्रिंट में विशेष रूप से एडवेंचर व वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने की योजना को भी शामिल किया गया है।

प्रदेश सरकार पर्यटन के क्षेत्र में विशेष रूप से फोकस कर रही है। इसके लिए प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पर्यटन व एडवेंचर गतिविधियों को बढ़ावा देने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। सरकार की योजना है कि पहले से विकसित ऐसे स्थानों की उचित पब्लिसिटी की जाएगी, ताकि देश-विदेश से आने वाले मे पर्यटकों को इन गतिविधियों के बारे में जानकारी मिल सके और इससे हिमाचल आने वाले पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा।

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