Edited By Kuldeep, Updated: 15 Sep, 2025 06:08 PM

पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि ऊना में बल्क ड्रग पार्क की भारत सरकार से अंतिम स्वीकृति मिलना एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री और हिमाचल की जनता को बहुत बधाई दी है।
पालमपुर (भृगु): पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा है कि ऊना में बल्क ड्रग पार्क की भारत सरकार से अंतिम स्वीकृति मिलना एक बहुत बड़ी ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री और हिमाचल की जनता को बहुत बधाई दी है। इस परियोजना पर खुल 2,000 करोड़ रुपए प्रारम्भ में खर्च होंगे और बाद में 20,000 करोड़ रुपए का और निवेश होगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पहले ही दवाई उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। भारत को दवाई उद्योग के लिए विश्व की फार्मेसी कहा जाता है। भारत में बनने वाली दवाई में से 40 प्रतिशत दवाई हिमाचल प्रदेश में बनती है। इस उद्योग में हजारों लोगों को रोजगार मिला है।
वर्तमान में चीन से आता है केएसएम
शांता कुमार ने कहा कि दवाई उद्योग में सबसे महत्वपूर्ण एक केएसएम कच्चा माल है, जो हर दवाई के निर्माण में महत्वपूर्ण है। यह अति विशेष सामग्री आजकल चीन से आती है। इस अत्यन्त महत्वपूर्ण कच्चे माल का निर्माण ऊना के बल्क ड्रग पार्क में बनना शुरू हो जाएगा। इससे दवाई उद्योग में सबसे बड़ी कठिनाई चीन पर हमारी निर्भरता समाप्त हो जाएगी। इस उद्योग में लगभग 30,000 रुपए करोड़ का कुल निवेश होगा और 20,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस योजना के पूरा होने पर हिमाचल प्रदेश भारत ही नहीं, विश्व के दवाई उद्योग के मानचित्र पर उभर जाएगा।
दवा के नमूने फेल न हों
शांता कुमार ने कहा कि इस बधाई के साथ एक और बात सरकार और जनता को कहना चाहता हूं कि हिमाचल और देश में बनने वाली दवाइयों के नमूने फेल होने के समाचारों से यह उद्योग बदनाम भी होता रहता है। उन्होंने सरकार से विशेष आग्रह किया है कि अब हिमाचल प्रदेश में बनी हुई कोई भी दवाई परीक्षण में फेल न हो, ताकि हिमाचल प्रदेश के लिए ऊना बल्क ड्रग पार्क की शानदार सफलता में किसी प्रकार की कोई रुकावट न आए।