Edited By Jyoti M, Updated: 27 Apr, 2025 11:09 AM

पहलगाम आतंकी हमले के बाद, केंद्र सरकार ने सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत, पाकिस्तान से हिमाचल घूमने आए या अपने रिश्तेदारों के पास आए नागरिकों को राज्य छोड़ने का निर्देश दिया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 13...
हिमाचल डेस्क। पहलगाम आतंकी हमले के बाद, केंद्र सरकार ने सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत, पाकिस्तान से हिमाचल घूमने आए या अपने रिश्तेदारों के पास आए नागरिकों को राज्य छोड़ने का निर्देश दिया गया है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 13 पाकिस्तानी नागरिक वीजा लेकर हिमाचल आए थे, कुछ तो अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे। इन सभी को 29 मई तक प्रदेश छोड़ने के लिए कहा गया है।
राज्य गृह विभाग ने पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं और उन्हें तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश भी दिया गया है। अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक निर्धारित तिथि के बाद राज्य में न रहे। अगर ऐसा पाया गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसमें जेल की सजा भी हो सकती है। इसके अलावा, जिन लोगों के पास ये पाकिस्तानी नागरिक ठहरे थे, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश सरकार ने इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेशों का पालन करने की पूरी तैयारी की है। पुलिस मुख्यालय में शुक्रवार और शनिवार को इस मुद्दे पर बैठकें आयोजित की गईं। राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, ओंकार शर्मा ने कहा कि मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन किया जा रहा है।
उधर, जम्मू-कश्मीर के कृषि मंत्री जावेद अहमद ने शनिवार को शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर के लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना था। मंत्री जावेद अहमद ने मुख्यमंत्री को बताया कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने अपने मंत्रियों को विभिन्न राज्यों में भेजा है ताकि वहां के जम्मू-कश्मीरियों की सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की जा सके।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग शांतिप्रिय हैं और राज्य में जम्मू-कश्मीर के नागरिकों की सुरक्षा को लेकर सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि इस हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ हिमाचल प्रदेश खड़ा है। हिमाचल में जम्मू-कश्मीर के कई लोग शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और कुछ नौकरी भी कर रहे हैं। इन लोगों ने हाल ही में सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। मंत्री जावेद अहमद ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि प्रदेश में काम कर रहे कश्मीरी लोगों की सुरक्षा की स्थिति मजबूत की जाए।