Edited By Vijay, Updated: 20 Dec, 2025 11:19 AM

हिमाचल प्रदेश के प्रगतिशील बागवान और 'एप्पल मैन' के नाम से मशहूर पद्मश्री हरिमन शर्मा के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ने जा रही है। गर्म इलाकों में भी सेब की पैदावार मुमकिन करने वाली....
बिलासपुर (मुकेश): हिमाचल प्रदेश के प्रगतिशील बागवान और 'एप्पल मैन' के नाम से मशहूर पद्मश्री हरिमन शर्मा के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ने जा रही है। गर्म इलाकों में भी सेब की पैदावार मुमकिन करने वाली HRMN-99 वैरायटी के जनक हरिमन शर्मा को जल्द ही डॉक्टरेट (पीएचडी) की मानद उपाधि से नवाजा जाएगा।
जयपुर में मिलेगा सम्मान
महात्मा ज्योति राव फुले विश्वविद्यालय, जयपुर ने हरिमन शर्मा को पीएचडी की मानद उपाधि देने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय की चयन समिति ने देशभर में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रतिष्ठित पद्मश्री सम्मानित व्यक्तित्वों को यह उपाधि देने का फैसला किया है, जिसमें हिमाचल के बिलासपुर जिले के पन्याला गांव के हरिमन शर्मा का नाम प्रमुखता से शामिल है। उन्हें यह सम्मान 21 दिसम्बर को विश्वविद्यालय के आचरोल कैंपस में आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में दिया जाएगा। इस समारोह में वर्ष 2024 के पोस्ट-ग्रैजुएशन, ग्रैजुएशन और शोधार्थियों को डिग्रियां प्रदान की जाएंगी, साथ ही प्रतिभावान छात्रों को स्वर्ण और रजत पदक भी मिलेंगे।
HRMN-99 ने बदल दी बागवानी की तस्वीर
हरिमन शर्मा को यह सम्मान उनकी खोजी गई सेब की विशेष किस्म 'HRMN-99' के लिए दिया जा रहा है। इस वैरायटी की खासियत यह है कि यह 40 से 45 डिग्री सैल्सियस तापमान वाले गर्म इलाकों में भी सफलतापूर्व फल देती है। हरिमन शर्मा के प्रयासों से अब तक भारत के 29 राज्यों में इस किस्म के लगभग 17 लाख पौधे रोपित किए जा चुके हैं। उनकी इस उपलब्धि को देखते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री और विश्वविद्यालय का जताया आभार
डॉक्टरेट की उपाधि के लिए चयनित होने पर हरिमन शर्मा ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने इस सम्मान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महात्मा ज्योति राव फुले विश्वविद्यालय के अधिकारियों का आभार व्यक्त किया।
अब आड़ू और पलम पर होगा फोकस
हरिमन शर्मा ने बताया कि सेब की सफलता के बाद अब उनका लक्ष्य अन्य फलों की गुणवत्ता सुधारना है। उन्होंने कहा कि वे अब आड़ू, पलम और खुमानी जैसे फलों की अच्छी पैदावार और उन्हें देशभर में रोपित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।