Edited By Kuldeep, Updated: 16 Dec, 2024 05:32 PM
बिजली बोर्ड कार्यालयों में 81 आऊटसोर्स चालकों की नौकरी बहाल करने के लिए बोर्ड आऊटसोर्स कर्मचारी एकजुट हो गए हैं।
शिमला (राजेश): बिजली बोर्ड कार्यालयों में 81 आऊटसोर्स चालकों की नौकरी बहाल करने के लिए बोर्ड आऊटसोर्स कर्मचारी एकजुट हो गए हैं। सोमवार को प्रदेश भर से आए करीब 1,500 आऊटसोर्स कर्मचारियों ने बिजली बोर्ड मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया और बोर्ड प्रबंधन व सरकार से नौकरी से निकाले गए 81 चालकों की नौकरी जल्द से जल्द बहाल करने की मांग की।
वहीं आऊटसोर्स कर्मचारियों ने प्रबंधन को चेतावनी भी जारी कि यदि जल्द से जल्द चालकों की नौकरी बहाल नहीं की तो आऊटसोर्स यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि बोर्ड में कार्यरत 3,100 आऊटसोर्स कर्मचारियों को राज्यव्यापी आंदोलन की ओर बढ़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी बोर्ड प्रबंधन व प्रदेश सरकार की होगी।
इस मौके पर हिमाचल प्रदेश स्टेट इलैक्ट्रीसिटी बोर्ड आऊटसोर्स इम्प्लाइज यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने कहा कि पहली नवंबर से बोर्ड में 81 आऊटसोर्स ड्राइवरों की सेवाएं समाप्त कर दी थीं, जो पिछले 12-13 वर्षों से बोर्ड में अपनी सेवाएं दे रहे थे और ये कर्मचारी आज सड़कों में हैं। इस अवसर पर आऊटसोर्स इम्प्लाइज यूनियन की ओर से राज्याध्यक्ष अश्विनी शर्मा व सचिव राजेश चौहान तथा वरिष्ठ उपप्रधान पुनीत सोनी के अतिरिक्त अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया और अपना रोष प्रकट किया।
कर्मचारी यूनियन ने किया समर्थन, विस सत्र के बाद प्रबंधन से करें वार्ता
आऊटसोर्स कर्मचारियों के धरना-प्रदर्शन का ज्वाइंट फ्रंट ने समर्थन किया है और फ्रंट की ओर से लोकेश ठाकुर संयोजक व हीरा लाल वर्मा सह संयोजक ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ज्वाइंट के फ्रंट के साथ चल रही वार्ता में प्रदेश सरकार ने इस फैसले पर पुनर्विचार करने को माना है, जिस बारे बोर्ड प्रबंधन से विधानसभा सत्र के बाद 23 दिसम्बर को वार्ता प्रस्तावित है।
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