Edited By Jyoti M, Updated: 01 Jul, 2025 04:54 PM

शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल प्रदेश के लिए अगले सात दिनों तक लगातार बारिश की भविष्यवाणी की है। इनमें से पांच दिन भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि दो दिन येलो अलर्ट रहेगा।
हिमाचल डेस्क। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल प्रदेश के लिए अगले सात दिनों तक लगातार बारिश की भविष्यवाणी की है। इनमें से पांच दिन भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि दो दिन येलो अलर्ट रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, 1, 2, 3, 6 और 7 जुलाई को राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं, 4 और 5 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश का अनुमान है। हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि इन जिलों में भारी बारिश हो सकती है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
तापमान में बदलाव का अनुमान:
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं जताई है। हालांकि, इसके बाद अगले 3-4 दिनों में राज्य के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। न्यूनतम तापमान में अगले 4-5 दिनों तक कोई खास बदलाव होने की उम्मीद नहीं है। इसका मतलब है कि दिन के समय थोड़ी गर्मी बढ़ सकती है, लेकिन रातें सामान्य रहेंगी।
मुख्यमंत्री ने लिया ब्यास नदी का जायजा:
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने ब्यास नदी में बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। उन्होंने कांगड़ा जिले के भड़ोली में नदी पर बने पुल और आसपास के क्षेत्र की स्थिति का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी ली और उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बेरवा, कांगड़ा की पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री सहित कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री के इस दौरे का उद्देश्य संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयारियों का जायजा लेना था। ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की अपील की है।
सावधानी बरतने की अपील:
मौसम विभाग ने सभी नागरिकों से सतर्क रहने और भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।