Edited By Vijay, Updated: 10 Aug, 2025 10:44 PM
राज्य में 20 जून से आरंभ हुए मानसून सीजन में 51 दिनों में आसमान से खूब आफत बरसी है। इस दौरान जहां राज्य को करीब 2000 करोड़ का नुक्सान हो चुका है, वहीं 224 लोगों की जान चली गई है....
शिमला (संतोष): मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल में एक बार फिर मानसून से मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने 11 से 14 अगस्त तक लगातार भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी करते हुए कई जिलों में ऑरैंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने 11 अगस्त को चम्बा, कांगड़ा और मंडी जिलों में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ अत्यधिक भारी वर्षा की आशंका जताते हुए ऑरैंज और ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और सोलन में यैलो अलर्ट जारी किया है। 12 अगस्त को चम्बा, कांगड़ा और मंडी में ऑरैंज तथा ऊना, बिलासपुर व सिरमौर में यैलो, 13 अगस्त को कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में ऑरैंज, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चम्बा, कुल्लू और शिमला में यैलो, 14 अगस्त को कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला और सिरमौर में ऑरैंज तथा ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चम्बा और सोलन में यैलो अलर्ट जारी करने के साथ एडवाइजरी जारी की है।
कांगड़ा के गग्गल में सर्वाधिक 70 मिलीमीटर वर्षा रिकाॅर्ड
रविवार को राजधानी शिमला सहित कई स्थानों में हल्की फुल्की वर्षा हुई है। शिमला में 0.2, सुंदरनगर में 0.5, धर्मशाला में 6.4, कांगड़ा में 4, नेरी में 3, बजौरा में 4.5 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि शनिवार रात्रि को कांगड़ा के गग्गल में सर्वाधिक 70, पालमपुर में 50, ऊना के भरवाई में 40, शिमला के सराहन में 30 और जुब्बड़हट्टी में 20 मिलीमीटर वर्षा रिकाॅर्ड की गई है। बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं, बांधों का जलस्तर बढ़ रहा है। कांगड़ा के पौंग बांध से छोड़े जा रहे पानी से ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे इंदौरा क्षेत्र के घरों में पानी घुस गया। प्रशासन ने एसडीएम इंदौरा के नेतृत्व में लोगों को सुरक्षित निकाला।
आफत के 51 दिन...2000 करोड़ का नुक्सान, 224 की मौत और 36 अभी भी लापता
राज्य में 20 जून से आरंभ हुए मानसून सीजन में 51 दिनों में आसमान से खूब आफत बरसी है। इस दौरान जहां राज्य को करीब 2000 करोड़ का नुक्सान हो चुका है, वहीं 224 लोगों की जान चली गई है, 316 लोग घायल हुए हैं, वहीं 36 लोग अभी भी लापता चल रहे हैं। मृतकों में मंडी में 44, कांगड़ा में 33, चम्बा में 26, शिमला में 21, कुल्लू में 18, किन्नौर में 16, सोलन में 15, हमीरपुर में 15, ऊना में 13, बिलासपुर में 9, सिरमौर में 8 और लाहौल-स्पीति में 6 लोग शामिल हैं। राज्य को हुए 1,989 करोड़ रुपए के नुक्सान में अकेले लोक निर्माण विभाग को 1,055 करोड़ और जल शक्ति विभाग को 681 करोड़, बिजली बोर्ड को 139 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। आलम यह है कि भारी बारिश और भूस्खलन से प्रदेश में एक नैशनल हाईवे 305 और 359 संपर्क मार्ग अवरुद्ध चल रहे हैं। मंडी जिला में 212, कुल्लू में 91 और कांगड़ा में 22 संपर्क मार्ग बंद हैं। राज्य भर में 132 बिजली ट्रांसफार्मर ठप्प हैं, जिसमें सबसे अधिक मंडी जिला में 77 व कुल्लू जिला में 50 शामिल हैं। 520 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित चल रही हैं, जिसमें कुल्लू जिला में 367, मंडी 78, कांगड़ा में 72 योजनाएं ठप्प हैं। राज्य में अब तक 54 भूस्खलन, 58 बाढ़ और 30 बादल फटने की घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं।