Mandi: धरातल पर रंग ला रहा सरकार का निर्णय, मिल्क फैड ने दुग्ध प्रापण में की रिकॉर्ड वृद्धि

Edited By Vijay, Updated: 26 Sep, 2024 02:51 PM

milk fed achieved record increase in milk procurement

ग्रामीण स्तर पर कृषि तथा दुग्ध उत्पादन पर आधारित आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के निर्माण की प्रदेश सरकार की परिकल्पना अब मूर्तरूप लेने लगी है। दूध के खरीद मूल्य में बढ़ौतरी के सरकार के निर्णय का ही सुपरिणाम है कि मंडी जिला में...

मंडी (रजनीश): ग्रामीण स्तर पर कृषि तथा दुग्ध उत्पादन पर आधारित आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के निर्माण की प्रदेश सरकार की परिकल्पना अब मूर्तरूप लेने लगी है। दूध के खरीद मूल्य में बढ़ौतरी के सरकार के निर्णय का ही सुपरिणाम है कि मंडी जिला में गत वर्ष की तुलना में राज्य दुग्ध प्रसंघ के तहत दुग्ध प्रापण में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है। हिमाचल प्रदेश दुग्ध प्रसंघ की चक्कर इकाई में दुग्ध उत्पादकों से दूध प्रापण में इस वर्ष रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2023-24 में जहां इकाई ने विभिन्न दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से जुलाई माह में 10,25,487 किलो दूध प्राप्त किया, वहीं वित्त वर्ष 2024-25 के जुलाई माह में यह 20,79,678 किलो दूध प्राप्त किया गया। इसी वर्ष के अगस्त माह में दुग्ध प्रापण का आंकड़ा 21,56,935 किलो रहा। विशेष बात यह कि सितम्बर माह में इकाई ने रिकॉर्ड 91 हजार किलो दूध एक ही दिन में प्राप्त किया। चक्कर इकाई के लिए यह एक दिन में दूध खरीद का सर्वकालिक श्रेष्ठ आंकड़ा है।

समर्थन मूल्य बढ़ाने से दुग्ध उत्पादन की ओर बढ़ा लोगों का रुझान 
प्रदेश सरकार द्वारा गत अप्रैल माह से दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ौतरी की गई है। इसके तहत गाय के दूध का समर्थन मूल्य बढ़ाकर 45 रुपए प्रति लीटर तथा भैंस के दूध का मूल्य बढ़ाकर 55 रुपए प्रति लीटर किया गया है। सरकार के इस फैसले का ही नतीजा है कि दुग्ध उत्पादन की ओर लोगों का रुझान फिर से बढ़ा है और बड़ी संख्या में वे दुग्ध प्रसंघ के माध्यम से दूध की बिक्री के लिए आगे आ रहे हैं।

16 हजार दुग्ध उत्पादकों की मासिक आय में अढ़ाई से 3 करोड़ रुपए की बढ़ौतरी  
दूध खरीद मूल्यों में बढ़ौतरी का लाभ मिल्क फैड की चक्कर इकाई से जुड़े लगभग 16 हजार से अधिक दुग्ध उत्पादकों को भी प्राप्त हुआ है। चक्कर इकाई के तहत वर्तमान में 216 दुग्ध सहकारी समितियां जुड़ी हुई हैं। प्रापण केंद्रों के माध्यम से इन समितियों से दूध प्राप्त कर चक्कर संयंत्र में लाया जाता है। सरकार के इस निर्णय से चक्कर इकाई तहत लगभग 16 हजार दुग्ध उत्पादकों को लगभग अढ़ाई से 3 करोड़ रुपए मासिक अतिरिक्त आय सुनिश्चित हुई है।

क्या कहते हैं दुग्ध उत्पादक
बल्ह क्षेत्र की भडयाल पंचायत की दुग्ध उत्पादक सावित्री देवी का कहना है कि दूध के खरीद मूल्य में बढ़ौतरी से उनकी आर्थिकी में सुधार आया है। इससे परिवार के खर्चे पूरा करना आसान हुआ है। भडयाल की ही सुनीता वालिया, मीना व पूजा वालिया ने इस निर्णय की सराहना करते हुए प्रदेश सरकार और विशेषतौर पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्ति किया है। कांढी तारापुर की वंदना व मनोरमा, द्रंग क्षेत्र के कुन्नू से सेवक राम तथा तुंगल क्षेत्र के भरगांव की निशा व लता देवी ने भी इसके लिए सरकार का आभार व्यक्त किया है।

क्या कहते हैं जिलाधीश मंडी 
जिलाधीश मंडी अपूर्व देवगन ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कृषि, बागवानी, पशुपालन, मछली पालन एवं सहायक क्षेत्रों में एकीकृत विकास से किसान परिवारों की आय में निश्चित वृद्धि की पहल की गई है। मंडी जिला में सरकार की ओर से लिए गए जनकल्याणकारी निर्णयों व इससे होने वाले लाभ पात्र लोगों तक समय पर पहुंचाना सुनिश्चित किया जा रहा है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!