Edited By Rahul Singh, Updated: 09 Aug, 2024 10:24 AM
राजधानी शिमला में वीरवार को हुई मूसलाधार बारिश से शहर में भूस्खलन व पेड़ गिरने का खतरा भी बढ़ गया है। तारादेवी से टुटू बाईपास रोड पर तेज बारिश से भारी भूस्खलन होने से सड़क मार्ग बंद हो गया है। इससे वाहनों की आवाजाही यहां पर काफी देर तक बंद रही है।
शिमला (वंदना): राजधानी शिमला में वीरवार को हुई मूसलाधार बारिश से शहर में भूस्खलन व पेड़ गिरने का खतरा भी बढ़ गया है। तारादेवी से टुटू बाईपास रोड पर तेज बारिश से भारी भूस्खलन होने से सड़क मार्ग बंद हो गया है। इससे वाहनों की आवाजाही यहां पर काफी देर तक बंद रही है। शहर में जगह-जगह भूस्खलन होने का खतरा बढ़ गया है। खतरनाक पेड़ों के गिरने का खतरा बना हुआ है। शहर में कई मकान पहले से खतरे की जद में हैं।
प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से यहां पर तिरपाल डाल दिए हैं लेकिन मूसलाधार बारिश से भवन मालिकों की परेशानी बढ़ा दी है। कृष्णानगर, लोअर सांगटी में कई बहुमंजिला भवन खतरे की जद में है। लोअर सांगी में भवन के डंगा खिसकना शुरू हो गया है, ऐसे में इस मकान पर खतरा बना हुआ है। आसपास के कई मकान भी खतरे की जद में हैं, जिसे पहले ही प्रशासन ने खाली करवा दिया है। वीरवार दोपहर बाद शिमला में हुई बारिश से सड़कें तालाब बन गईं। सड़कों व रास्तों पर पानी का जमाव होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त दिखा। शहर की नालियां और नाले ब्लॉक हो गए हैं। बारिश का पानी दुकानों व घरों में घुसने से भी लोगों को परेशानी उठानी पड़ी है। नगर निगम प्रशासन ने बारिश में लोगों से सतर्क रहने की अपील की है साथ ही अनसेफ भवनों को खाली करने के निर्देश भी प्रशासन ने दिए हैं।