Edited By Vijay, Updated: 14 Aug, 2025 07:24 PM

हिमाचल प्रदेश में राजस्व विभाग की एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है, जिसने एक व्यक्ति को अजीबोगरीब कानूनी पचड़े में फंसा दिया है। उक्त व्यक्ति की जमीन राजस्व रिकॉर्ड यानी जमाबंदी से गायब कर दी गई है....
बिलासपुर (बंशीधर): हिमाचल प्रदेश में राजस्व विभाग की एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है, जिसने एक व्यक्ति को अजीबोगरीब कानूनी पचड़े में फंसा दिया है। उक्त व्यक्ति की जमीन राजस्व रिकॉर्ड यानी जमाबंदी से गायब कर दी गई है, जबकि उसी जमीन पर लिया गया बैंक का लोन अब भी चल रहा है।
राजस्व विभाग की लापरवाही का यह मामला स्योहला पटवार वृत्त में सामने आया है। भटोल-जुखाला गांव निवासी ओम प्रकाश ने बताया कि जब वह अपनी दुकानों में बिजली का मीटर लगवाने के लिए पटवारी के पास गया तो पटवारी ने साफ कह दिया कि उसके नाम पर तो कोई जमीन ही दर्ज नहीं है। इस पर ओम प्रकाश के होश उड़ गए।
ओम प्रकाश ने अपनी शिकायत एसपी बिलासपुर को सौंपी है। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया है कि पटवारी और कानूनगो की कथित लापरवाही से उसकी जमीन जमाबंदी से हटा दी गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013-14 की जमाबंदी में खसरा नंबर 169/8 पर उसका नाम दर्ज था और इस जमीन पर बैंक का लोन भी चल रहा है, लेकिन 2018-19 और 2023-24 की जमाबंदी से उसका नाम गायब कर दिया गया।
पीड़ित ने आरोप लगाया कि अब वह अपने ही हिस्से की जमीन का रिकॉर्ड पाने के लिए भटक रहा है। जब तक उसे जमाबंदी की नकल नहीं मिलेगी, वह अपनी दुकानों में बिजली का मीटर भी नहीं लगवा सकता। ओम प्रकाश ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। डीएसपी मुख्यालय मदन धीमान ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि शिकायत प्राप्त हुई है और इसे पुलिस चौकी नम्होल को जांच के लिए भेज दिया गया है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।