Edited By Vijay, Updated: 01 Aug, 2025 11:14 AM

हिमाचल प्रदेश में बारिश ने एक बार फिर जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। बारिश के चलते चंडीगढ़-कीरतपुर-मनाली नैशनल हाईवे 2 प्रमुख जिलों मंडी और बिलासपुर में भूस्खलन की वजह से बंद हो गया है।
मंडी/बिलासपुर (रजनीश): हिमाचल प्रदेश में बारिश ने एक बार फिर जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। बारिश के चलते चंडीगढ़-कीरतपुर-मनाली नैशनल हाईवे 2 प्रमुख जिलों मंडी और बिलासपुर में भूस्खलन की वजह से बंद हो गया है। इस हाईवे पर मंडी जिले के पंडोह और बिलासपुर जिले के जगातखाना के पास भारी भूस्खलन हुआ है, जिससे दोनों ओर बड़ी संख्या में वाहन फंस गए हैं।

जानकारी के अनुसार मंडी जिले के पंडोह में शुक्रवार सुबह बड़ा भूस्खलन हुआ। यह भूस्खलन पंडोह डैम से थोड़ा आगे बगलामुखी रोपवे के पास हुआ, जहां सड़क का एक हिस्सा पूरी तरह धंस गया है। भू-स्खलन के कारण वहां एक गहरी खाई बन गई है, जिससे हाईवे का एक हिस्सा पूरी तरह से असुरक्षित हो गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना के समय एक टैक्सी सड़क से गुजर रही थी, जिस पर अचानक ऊपर से पत्थर आ गिरे। फिलहाल टैक्सी में सवार लोगों की स्थिति को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हादसे की भयावहता को देखते हुए राहत और बचाव दल मौके पर मौजूद है। इस मार्ग को बहाल करने में लंबा समय लग सकता है। इसके अलावा शिवबदार गांव को जाने वाला रास्ता भी टूटा गया है।
वैकल्पिक मार्ग भी नहीं दे रहे राहत
कुल्लू और मनाली की ओर जाने वालों के लिए कटौला-मंडी मार्ग को वैकल्पिक रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन यह रास्ता भी सिर्फ छोटी गाड़ियों के लिए ही खुला है। बड़ी गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगी हुई है। इससे पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
बिलासपुर में भी भूस्खलन, NH पर जाम की स्थिति
उधर, बिलासपुर जिले में समलेटू में फोरलेन सड़क पर भूस्खलन हुआ है। यहां बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर गिरने से यातायात बाधित हाे गया है। इसके चलते हमीरपुर, मंडी और कांगड़ा की तरफ से आ रहे वाहन फंस गए हैं। चंडीगढ़ और कीरतपुर की ओर जाने वाले वाहन भी इसी वजह से रास्ते में अटक गए हैं। स्थिति यह है कि सैंकड़ों वाहन लंबी कतारों में खड़े हैं और यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात को देखते हुए प्रशासन ने चंडीगढ़ की ओर जाने वाले वाहनों को पुराने मार्ग नौणी-स्वारघाट से डायवर्ट कर दिया है। हालांकि यह रास्ता अपेक्षाकृत संकरा और लंबा है, लेकिन फिलहाल एकमात्र विकल्प यही है।