Edited By Kuldeep, Updated: 03 Sep, 2018 06:01 PM

यूं तो पुलिस सहित रोड सेफ्टी क्लब और अन्य संस्थाओं द्वारा युवाओं को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए जोर-शोर से अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन धरातल पर रिजल्ट शून्य नजर आ रहे हैं।
कुल्लू: यूं तो पुलिस सहित रोड सेफ्टी क्लब और अन्य संस्थाओं द्वारा युवाओं को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए जोर-शोर से अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन धरातल पर रिजल्ट शून्य नजर आ रहे हैं। नाबालिग विद्यार्थी मुख्य मार्गों सहित गलियों में तेज गति से दोपहिया वाहन दौड़ाते दिखते हैं। न तो इन्हें अभिभावकों द्वारा रोका जा रहा है और न ही कोई इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी समझ रहा है। रोजाना मुख्य मार्गों पर एक-एक दोपहिया वाहन पर 3-4 युवा सवार होकर यातायात नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। बिना हैल्मेट रैश ड्राइविंग करते हुए युवा सरपट दोपहिया वाहन धड़ल्ले से चला रहे हैं। रैड लाइट चौक से भी काफी संख्या में विद्यार्थी गुजरते हैं लेकिन इन पर कार्रवाई न के बराबर होती है। यदाकदा नाका लगाकर ऐसे विद्यार्थियों पर कार्रवाई करते हुए चालान काटे जाते हैं लेकिन अगले दिन से फिर स्थिति पुराने ढर्रे पर लौट आती है। हालांकि ये युवा अनेक मर्तबा यातायात संदेश की रैलियों में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं और लोगों को जागरूक भी करते हैं लेकिन खुद ही नियमों की धज्जियां उड़ाने से भी गुरेज नहीं करते। ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी इन बिगड़ैल दोपहिया वाहन चालकों पर नुकेल कसने में नाकाम दिख रहे हैं।
विद्यार्थी लोगों को करते हैं जागरूक और खुद नहीं करते नियमों पर अमल
गौरतलब है कि युवाओं को ट्रैफिकनियमों के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस, रोड सेफ्टी क्लब और अन्य संस्थाओं द्वारा विशेष अभियान चलाए जाते हैं। इसके तहत विभिन्न स्कूलों में पहुंच कर ट्रैफिकनियमों की पालना के प्रति विद्यार्थी वर्ग को जागरूक किया जा रहा है। ट्रैफिक कंट्रोल करने की ट्रेनिंग देने और लोगों को जागरूक करने के लिए विद्यार्थियों को सड़कों पर भी उतारा जाता है। बड़े-बड़े बैनरों और ऊंची आवाज में लग रहे नारों के बीच विद्यार्थियों द्वारा रैलियां निकाली जाती हैं लेकिन रैलियों के बाद इनमें से ही काफी नाबालिग विद्यार्थी ट्रैफिक नियमों की अवहेलना करने में जुट जाते हैं।