Edited By Kuldeep, Updated: 02 Aug, 2025 04:23 PM

जिला मुख्यालय के साथ लगते चामुंडा नगर में लगातार बरसात के कारण अढ़ाई मंजिला लकड़ी का मकान क्षतिग्रस्त हुआ, जिस कारण 7 परिवार बेघर हो गए हैं।
कुल्लू (दिलीप): जिला मुख्यालय के साथ लगते चामुंडा नगर में लगातार बरसात के कारण अढ़ाई मंजिला लकड़ी का मकान क्षतिग्रस्त हुआ, जिस कारण 7 परिवार बेघर हो गए हैं। यह मकान 1980 के दशक में बना था, जिसे कुछ वर्ष पहले वन विभाग द्वारा सील भी किया गया है लेकिन वन विभाग ने मकान मालिक को 2 कमरे रहने के लिए दिए थे, जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस मकान के चारों तरफ मकान हैं, जिनके लिए आने-जाने का रास्ता भी यहीं से है, जिस कारण आने-जाने वाले लोगों को भारी नुक्सान हो सकता है। शबनम ने बताया कि उनका लकड़ी का मकान था, जो क्षतिग्रस्त हो गया है। उन्होंने कहा कि माता-पिता के साथ 2-3 भाई-बहन भी हैं, जिन्हें रहने के लिए घर नहीं बचा है। पिता बड़ी मुश्किल के साथ गुजर-बसर करते हैं। उन्होंने सरकार व प्रशासन से आग्रह किया है कि उन्हें उचित स्थान सहित आर्थिक मदद दी जाए।
मेरा लकड़ी का मकान पूरा क्षतिग्रस्त हो चुका है। थोड़ा सामान निकाला है, बाकी मलबे में दब चुका है। 1980 में बनाए मकान में 4 बेटियां, एक बेटा और कुल 7 परिवार रहते हैं। वन विभाग द्वारा मेरे मकान को सील किया गया था और 2 कमरे रहने के लिए दिए गए थे, जो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। अब मेरे पास न तो रहने के लिए घर है और न जमीन है। सरकार व प्रशासन हमें राहत प्रदान करे।
कुशल चंद, मकान मालिक
मनोनीत पार्षद ज्ञान चंद का कहना है कि चामुंडा नगर में कुशाल चंद का मकान गिर गया है। मकान में 7 परिवार रहते हैं। इस मकान के चारों तरफ आम रास्ता है, जिससे कि आते-जाते लोगों काे भी नुक्सान हो सकता है। प्रशासन से मांग की है कि प्रभावित को आर्थिक मदद मुहैया करवाई जाए।