Edited By Jyoti M, Updated: 16 Nov, 2024 03:28 PM
कांगड़ा जिला के बैजनाथ उपमंडल के चार पंचायतों में पीलिया के मामले तेजी से बढ़ रहे है। अधिक मामले गांधी ग्राम, गदियाड़ा, लगूं और कंदराल पंचायत के गांवों से संबंधित हैं।
हिमाचल डेस्क। कांगड़ा जिला के बैजनाथ उपमंडल के चार पंचायतों में पीलिया के मामले तेजी से बढ़ रहे है। अधिक मामले गांधी ग्राम, गदियाड़ा, लगूं और कंदराल पंचायत के गांवों से संबंधित हैं। यहां पर 25 से अधिक लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू की है और इन गांवों में सर्वे का काम किया जा रहा है।
बच्चे भी हो रहे हैं पीलिया से प्रभावित
इस बीमारी का सबसे बड़ा असर बच्चों पर पड़ रहा है। पीलिया के 25 से अधिक मामलों में अधिकांश मरीजों की उम्र 10 से 20 साल के बीच है। बच्चों में पीलिया के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। प्रभावित क्षेत्र में दो सप्ताह से लगातार इस बीमारी के मामले सामने आ रहे हैं।
मरीजों को बैजनाथ और पपरोला के आयुर्वेदिक अस्पतालों में उपचार मिल रहा है, और उन्हें ठीक होने में लगभग दो सप्ताह का समय लग रहा है। बैजनाथ अस्पताल के एसएमओ डॉ. अरुण ने बताया कि पिछले सप्ताह पीलिया के मामले आए थे और अब यह रूटीन के हिसाब से हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने किया जागरूकता अभियान शुरू
बीएमओ डॉ. दिलावर देओल के अनुसार, पीलिया एक जलजनित रोग है, जो गंदे पानी के सेवन से फैलता है। इसके मद्देनजर, लोगों को पानी उबाल कर पीने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही, स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीमों को तैनात किया गया है, जो नियमित रूप से सर्वे कर रही हैं और लोगों को इस रोग से बचाव के उपाय बता रही हैं।
बीएमओ ने खास तौर पर बच्चों को जंक फूड और स्कूलों के बाहर बिकने वाले संदिग्ध पेय पदार्थों से दूर रखने की अपील की है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि पीलिया के लक्षण दिखने पर तुरंत स्वास्थ्य विभाग से संपर्क किया जाए ताकि समय पर उपचार किया जा सके।
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