Edited By Jyoti M, Updated: 19 Sep, 2024 12:09 PM
गुरहेड़ के सुभाष चंद की गऊशाला में आग लगने की घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है। पंचायत सलियाणा के अंतर्गत आने वाले इस क्षेत्र में रात करीब 2 बजे सुभाष चंद जागे और देखा कि उनकी गऊशाला में आग लगी हुई है। आग की लपटें तेजी से फैल रही थीं, जिससे...
पंचरुखी, (तिलक): गुरहेड़ के सुभाष चंद की गऊशाला में आग लगने की घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है। पंचायत सलियाणा के अंतर्गत आने वाले इस क्षेत्र में रात करीब 2 बजे सुभाष चंद जागे और देखा कि उनकी गऊशाला में आग लगी हुई है। आग की लपटें तेजी से फैल रही थीं, जिससे सुभाष और उनके परिवार के सदस्य घबरा गए।
स्थानीय पंचायत प्रधान सुरेश कुमार ने बताया कि जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक एक गाय और उसका बछड़ा आग में जल चुके थे। यह घटना न केवल सुभाष चंद के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक दुखद क्षण थी, क्योंकि जानवरों का पालन-पोषण ग्रामीणों की आजीविका का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
घटना की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड, स्थानीय पुलिस और पटवारी मौके पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने के लिए तत्परता दिखाई, लेकिन तब तक नुकसान हो चुका था। अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और नुकसान का आकलन किया। इस तरह की घटनाएं स्थानीय किसानों और पशुपालकों के लिए चिंता का विषय हैं, और इससे सुरक्षा उपायों की आवश्यकता स्पष्ट होती है।
स्थानीय पंचायत और प्रशासन ने घटना की गंभीरता को समझते हुए पीड़ित परिवार को सहायता प्रदान करने की योजना बनाई है। गांव के लोग एकजुट होकर सुभाष चंद को मदद देने का आश्वासन दे रहे हैं। इस घटना ने यह भी उजागर किया है कि अग्निशामक उपकरणों और जागरूकता की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।