Edited By Vijay, Updated: 17 Jul, 2025 11:21 AM

कांगड़ा जिले के लपियाना वन उपमंडल में वन माफिया की हिम्मत इस कदर बढ़ गई है कि वे रात के अंधेरे में खैर जैसे बहुमूल्य वृक्षों का अवैध कटान कर रहे हैं।
लंज (सुदर्शन): कांगड़ा जिले के लपियाना वन उपमंडल में वन माफिया की हिम्मत इस कदर बढ़ गई है कि वे रात के अंधेरे में खैर जैसे बहुमूल्य वृक्षों का अवैध कटान कर रहे हैं। वन विभाग की कार्रवाई में इस गिरोह द्वारा काटे गए खैर के 43 माैछे बरामद किए गए हैं, जिन्हें रेंज ऑफिस में जब्त कर सुरक्षित रखा गया है।
वन विभाग ने इस मामले में अज्ञात वन काटुओं के खिलाफ थाना शाहपुर में प्राथमिकी दर्ज करवाई है। वहीं, स्थानीय वन्य प्रेमियों और पर्यावरण संरक्षकों ने विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए मांग की है कि इस प्रकार के अपराधों पर कड़ा रुख अपनाया जाए। उनका कहना है कि मार्च महीने के बाद खैर कटान पर प्रतिबंध होता है, इसके बावजूद जंगलों से खैर के मोटे तनों का चोरी से काटा जाना विभागीय लापरवाही की ओर भी इशारा करता है।
वन्य प्रेमियों ने आशंका जताई है कि इस पूरे नैटवर्क में कहीं न कहीं विभागीय मिलीभगत हो सकती है, क्योंकि बिना स्थानीय जानकारी के इस तरह की बड़ी तस्करी संभव नहीं मानी जा सकती। उन्होंने मांग की है कि संबंधित वन क्षेत्रों का तत्काल निरीक्षण किया जाए और अवैध लकड़ी माफिया पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि प्रदेश के जंगलों को इस तरह की लूट से बचाया जा सके।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए डीएफओ धर्मशाला दिनेश शर्मा ने बताया कि विभाग ने खैर के 43 अवैध माैछे बरामद किए हैं और मामले की विस्तृत जांच के लिए रेंज ऑफिस से रिपोर्ट तलब की गई है। उन्होंने बताया कि जांच प्रक्रिया जारी है और जल्द ही मौके पर जाकर निरीक्षण भी किया जाएगा।