Edited By Kuldeep, Updated: 19 Aug, 2025 09:33 PM

विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने प्रदेश सरकार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों से मैदानों तक प्राकृतिक आपदाओं की असली वजह अंधाधुंध वन कटान और अवैध खनन है, जिसे रोकने के बजाय सरकार...
रैहन (दुर्गेश): विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन ऊना के विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने प्रदेश सरकार पर तीखे प्रहार किए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों से मैदानों तक प्राकृतिक आपदाओं की असली वजह अंधाधुंध वन कटान और अवैध खनन है, जिसे रोकने के बजाय सरकार संरक्षण दे रही है। इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के जंगलों से अवैध रूप से काटे गए खैर के पेड़ों का जिक्र करते हुए विधायक सतपाल सत्ती ने इंदपुर, मलहाडी, भेड़ी और मंदोली के जंगलों से करीब 15,000 खैर और चौड़ी पत्ती के पेड़ अवैध रूप से काटे गए पेड़ों का जिक्र किया। इस बड़े पैमाने पर हुए कटान में उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत की भी बात कही। सत्ती ने कहा कि एक चिट्ठी में मिली जानकारी अनुसार वन विभाग के कुछ ठेकेदार महंगी गाड़ियां और होटल बना रहे हैं। सवाल यह है कि इनके पास इतना पैसा कहां से आया? क्या कभी इसकी जांच होगी?”
सत्ती ने सरकार से सवाल किया कि अब तक इस अवैध कटान को लेकर क्या कार्यवाही की गई है और जिम्मेदारों पर कब तक कार्रवाई होगी। सत्ती ने इस दौरान इंदौरा से कांग्रेस विधायक मलेंद्र राजन को भी घेरते हुए कहा कि मुझे तो इस मामले की जानकारी चिट्ठी के जरिए मिली है, लेकिन इंदौरा के विधायक मलेंद्र राजन को इस मामले में ज्यादा जानकारी होगी।