Edited By Jyoti M, Updated: 30 Apr, 2025 03:48 PM

शिमला में आवारा कुत्तों के एक झुंड ने तीन स्कूली छात्रों पर हमला कर दिया, जिससे दो छात्र बुरी तरह घायल हो गए।
हिमाचल डेस्क। शिमला में आवारा कुत्तों के एक झुंड ने तीन स्कूली छात्रों पर हमला कर दिया, जिससे दो छात्र बुरी तरह घायल हो गए। यह घटना सुबह लगभग 7 से 8 बजे के बीच ढली टनल के पास हुई, जब छात्र स्कूल जा रहे थे। अचानक कुत्तों के झुंड ने उन पर धावा बोल दिया, जिससे उनकी टांगों पर गहरे घाव आए हैं।
हमले के बाद तीनों छात्रों को तुरंत इलाज के लिए इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) अस्पताल ले जाया गया। घायल छात्रों की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उन्हें काफी चोटें आई हैं। इस घटना ने स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है और अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। स्थानीय प्रशासन और नगर निगम से आवारा कुत्तों की समस्या पर जल्द कार्रवाई करने की मांग उठ रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

धरने पर बैठे समाजसेवी कर्मचंद भाटिया
ढली में आवारा कुत्तों द्वारा हमला किए जाने से घायल हुए स्कूली छात्र के पिता समाजसेवी कर्मचंद भाटिया महापौर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने कहा कि शहर में आवारा कुत्तों और बंदरों का आतंक लंबे समय से है, परंतु एमसी प्रशासन और सरकार कोई हल नहीं निकाल रहे हैं। बता दें कि कर्म चंद का बेटा केंद्रीय विद्यालय का छात्र है, जिसे आवारा कुत्तों ने काट लिया है। कुत्तों के हमले में छात्र की टांग पर गहरे घाव आए हैं और वह आईजीएमसी में भर्ती है।
शहर में तेज होगा कुत्तों की नसबंदी का काम, आऊटसोर्स करेगा निगम : मेयर
नगर निगम के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शहर में रोजाना कुत्तों के काटने के मामले सामने आ रहे हैं, ऐसे में कुत्तों की संख्या पर काबू पाया जा सके इसके लिए निगम नसबंदी का कार्यक्रम शहर में तेज करेगा। इसके लिए एक निजी एनजीओ को नसबंदी का काम आऊटसोर्स करने का फैसला लिया गया है। एन.जी.ओ. शहर में स्टरलाइजेशन का काम करेगी, साथ ही निगम कुत्तों की गणना का काम भी शुरू कर रहा है। नगर निगम शहर में पालतू कुत्तों का पंजीकरण अनिवार्य करने का जा रहा है। बिना पंजीकरण के शहर में लोग कुत्तों नहीं घुमा सकेंगे। प्रशासन सख्ती से इसे शहर में लागू करने जा रहा है।