Edited By Jyoti M, Updated: 17 Jan, 2025 04:04 PM
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को अब तक 18 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। यह रिपोर्ट विभाग ने राज्य सरकार को भेज दी है, जिसके बाद अब राज्य सरकार केंद्र से पीडब्ल्यूडी की मदद के लिए बजट की मांग करेगी।...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को अब तक 18 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। यह रिपोर्ट विभाग ने राज्य सरकार को भेज दी है, जिसके बाद अब राज्य सरकार केंद्र से पीडब्ल्यूडी की मदद के लिए बजट की मांग करेगी। विभाग ने अनुमान लगाया है कि बर्फबारी के इस सीजन के अंत तक कुल नुकसान का आंकड़ा 35 करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बर्फबारी से सड़कें और इन्फ्रास्ट्रक्चर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिससे पीडब्ल्यूडी को भारी वित्तीय नुकसान हुआ है।
सबसे ज्यादा नुकसान कांगड़ा जोन में हुआ है, जहां 6.5 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। इसके बाद शिमला जोन में 4 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। मंडी जोन में भी 3 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है, जिसमें कुल्लू सर्कल का हिस्सा सबसे ज्यादा है। कुल्लू में उदयपुर डिवीजन में 2 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है, और मनाली, कुल्लू और बंजार डिवीजन में करीब एक करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है।
इसके अलावा, हिमाचल के मैदानी इलाकों में भी बर्फबारी के कारण नुकसान हुआ है। खासकर, हमीरपुर जोन में 4 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है, हालांकि यहां बर्फबारी नहीं हुई। रिपोर्ट में यह बताया गया है कि हमीरपुर, भोरंज, टौणी देवी, नादौन, बड़सर और धर्मपुर जैसे इलाकों में भी नुकसान हुआ है, जिनकी कुल राशि 2 करोड़ रुपए से ज्यादा हो सकती है।
पीडब्ल्यूडी ने बर्फबारी से निपटने के लिए करीब 200 मशीनों को तैनात किया है। इन मशीनों में स्नो ब्लोअर भी शामिल हैं, जो बर्फ हटाने के लिए विशेष क्षेत्रों में भेजे गए हैं। रोहड़ू और सलूणी में दो स्नो ब्लोअर तैनात किए गए हैं, जो लगभग अढ़ाई करोड़ रुपए की कीमत में खरीदे गए हैं। इसके अलावा, निजी ठेकेदारों की जेसीबी भी किराए पर ली गई हैं। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विभाग को बर्फबारी से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखने का निर्देश दिया है।