Edited By Jyoti M, Updated: 18 Apr, 2025 03:06 PM

शिमला जिले में नशा तस्करी के मामले में पुलिस विभाग ने एक सख्त कदम उठाया है। दो पुलिसकर्मियों को नशा तस्करी में संलिप्त पाए जाने पर उनकी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। शिमला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजीव कुमार गांधी ने दोनों कर्मचारियों के खिलाफ...
हिमाचल डेस्क। शिमला जिले में नशा तस्करी के मामले में पुलिस विभाग ने एक सख्त कदम उठाया है। दो पुलिसकर्मियों को नशा तस्करी में संलिप्त पाए जाने पर उनकी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। शिमला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजीव कुमार गांधी ने दोनों कर्मचारियों के खिलाफ बर्खास्तगी के आदेश जारी किए हैं।
गिरफ्तार किए गए पुलिसकर्मियों का नाम जुगल किशोर और संदीप कुमार है। दोनों को चिट्टा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस विभाग ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया था और पुलिस लाइन कैथू में तैनात किया था। हालाँकि, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देशों के बाद पुलिस विभाग ने कार्रवाई तेज कर दी और दोनों को बर्खास्त कर दिया।
इस कार्रवाई के पीछे राज्य सरकार की यह कड़ी नीति है कि नशा तस्करी जैसे अपराधों में संलिप्त सरकारी कर्मचारी किसी भी हालत में बख्शे नहीं जाएंगे। मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिया था कि इस प्रकार के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाए।
पुलिस विभाग ने अब तक नशा तस्करी के खिलाफ चलाए गए अभियान में कई अन्य सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। शिमला जिले में 24 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें डॉक्टर, शिक्षक, तहसील अधिकारी, फॉरेस्ट गार्ड, पटवारी और पुलिस विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। हिमाचल और पंजाब पुलिस के दो-दो कर्मचारी भी नशा तस्करी में गिरफ्तार किए गए हैं।
यह कड़ी कार्रवाई राज्य में नशा तस्करी के खिलाफ बढ़ती जागरूकता और सख्त नीति का हिस्सा है। अधिकारियों का कहना है कि वे ऐसे अपराधों में शामिल किसी भी सरकारी कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।