Edited By Jyoti M, Updated: 04 Nov, 2025 11:01 AM

आसमान को छूने वाले रोमांचक खेल पैराग्लाइडिंग के लिए विश्वभर में मशहूर बीड़-बिलिंग अब सुरक्षा के मामले में एक नया मानक स्थापित करने जा रहा है। उड़ानों को अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और नियंत्रित बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने एक विशेष सुरक्षा एवं...
हिमाचल डेस्क। आसमान को छूने वाले रोमांचक खेल पैराग्लाइडिंग के लिए विश्वभर में मशहूर बीड़-बिलिंग अब सुरक्षा के मामले में एक नया मानक स्थापित करने जा रहा है। उड़ानों को अधिक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और नियंत्रित बनाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने एक विशेष सुरक्षा एवं मानक समिति का गठन किया है। यह पहल उपमंडलाधिकारी (SDM) संकल्प गौतम द्वारा की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य पैराग्लाइडिंग पायलटों की सुरक्षा, सुविधाओं और नियमों को मजबूती प्रदान करना है।
30 दिन में सुरक्षा की नई 'उड़ान नीति'
यह नवगठित समिति सिर्फ़ निरीक्षण तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि एक व्यापक और विस्तृत सुरक्षा ढांचा तैयार करेगी। समिति के एजेंडे में ये प्रमुख बिंदु शामिल हैं:
एकल पायलट सुरक्षा प्रोटोकॉल: व्यक्तिगत (सोलो) पायलटों के लिए कड़े सुरक्षा मानकों को परिभाषित करना।
नीति निर्माण: पैराग्लाइडिंग से संबंधित एक ठोस नियम-कानून का मसौदा तैयार करना।
आपातकालीन बचाव प्रणाली: दुर्घटना की स्थिति में तुरंत और प्रभावी बचाव व्यवस्था को सुदृढ़ करना।
बीमा प्रबंधन: पायलटों के लिए अनिवार्य और पर्याप्त बीमा कवरेज सुनिश्चित करना।
एसडीएम संकल्प गौतम के निर्देशानुसार, यह समिति अगले 30 दिनों के भीतर पैराग्लाइडिंग की नई नीतियों का ड्राफ्ट तैयार कर अपनी अंतिम सिफारिशें उपमंडलाधिकारी को सौंपेगी।
अनुभवी पायलटों के हाथ में कमान
इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए, अनुभवी और जानकार लोगों को समिति में शामिल किया गया है। बीड़-बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अनुराग शर्मा को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उनके साथ, वरिष्ठ पायलटों जैसे गुरप्रीत ढींडसा, देवू चौधरी, सुबीर सिद्धू, और साडा (SADA) के सुपरवाइज़र रणविजय को समिति सदस्य बनाया गया है।
यह टीम समय-समय पर साइट का मुआयना कर पायलटों की सुरक्षा और सुविधा से जुड़े ज़रूरी सुझाव और गाइडलाइंस तय करेगी, ताकि बीड़-बिलिंग में एडवेंचर का रोमांच हमेशा सुरक्षित बना रहे।