Edited By Jyoti M, Updated: 09 Jun, 2025 05:15 PM

ऊना के जवाहर नवोदय विद्यालय पेखुवेला में चल रहे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के दस दिवसीय शिविर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सोमवार को सुबह की दौड़ के दौरान 14 एनसीसी कैडेट्स की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत ऊना अस्पताल में भर्ती कराया...
हिमाचल डेस्क। ऊना के जवाहर नवोदय विद्यालय पेखुवेला में चल रहे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के दस दिवसीय शिविर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सोमवार को सुबह की दौड़ के दौरान 14 एनसीसी कैडेट्स की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत ऊना अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी देखभाल की।
क्या हुआ?
पेखुवेला में आयोजित इस एनसीसी शिविर में लगभग 500 छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं, जो विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों से आए हैं। सोमवार सुबह जब कैडेट्स ने अपनी नियमित दौड़ शुरू की, तो उनमें से 14 को चक्कर आने लगे, उल्टियां होने लगीं और कुछ तो बेहोश होकर गिर भी पड़े। यह सब देखकर शिविर में मौजूद एनसीसी अधिकारी और अन्य लोग घबरा गए। कैडेट्स की गंभीर हालत को देखते हुए, उन्हें बिना किसी देरी के ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम ने तुरंत उनका इलाज शुरू कर दिया।
डॉक्टरों का क्या कहना है?
अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय मनकोटिया ने बताया कि कैडेट्स की तबीयत बिगड़ने का मुख्य कारण डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) था। उन्होंने बताया कि गर्मी और दौड़ के दौरान शरीर से निकले पसीने के कारण बच्चों में पानी की कमी हो गई थी। सभी कैडेट्स को तुरंत इंजेक्शन दिए गए और ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन साल्ट) का घोल पिलाया गया।
डॉक्टर मनकोटिया ने बताया कि इस उपचार के बाद सभी कैडेट्स की सेहत में तेजी से सुधार हुआ। अधिकांश कैडेट्स को प्राथमिक उपचार और जरूरी सलाह के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि, एक कैडेट को अभी भी डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है और उसका इलाज जारी है।
आगे क्या?
इस घटना के बाद, डॉक्टरों ने एनसीसी अधिकारियों को भविष्य के लिए कुछ महत्वपूर्ण हिदायतें दी हैं। उन्होंने जोर दिया कि ऐसे शिविरों में बच्चों को पर्याप्त पानी पीने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और गर्मी के दिनों में कड़ी शारीरिक गतिविधियों के दौरान शरीर में पानी की कमी न हो, इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए।