Edited By Jyoti M, Updated: 13 Jul, 2025 04:40 PM

तहसील फतेहपुर के अंतर्गत रैहन बस स्टैंड और मैदान के पास लगी हाईमास्ट लाइटें बीते कई महीनों से बंद पड़ी हैं जिससे रात के समय पूरा क्षेत्र अंधकार में डूबा रहता है। स्थानीय निवासियों, यात्रियों और दुकानदारों को इससे परेशानी हो रही है। लाइटें बंद होने...
रैहन, (दुर्गेश): तहसील फतेहपुर के अंतर्गत रैहन बस स्टैंड और मैदान के पास लगी हाईमास्ट लाइटें बीते कई महीनों से बंद पड़ी हैं जिससे रात के समय पूरा क्षेत्र अंधकार में डूबा रहता है। स्थानीय निवासियों, यात्रियों और दुकानदारों को इससे परेशानी हो रही है। लाइटें बंद होने का मुख्य कारण बिजली बिल का भुगतान न होना बताया जा रहा है।
रैहन खास पंचायत के सचिव जसवीर ने बताया कि पहले इस लाइटों का बिल पंचायत निधि से चुकाया जाता था। पंचायत में हुए एक ऑडिट के दौरान टीम ने इस खर्च पर आपत्ति जताते हुए पंचायत पर रिकवरी डाल दी तथा अब पंचायत निधि से यह राशि नहीं दी जा सकती। उनका कहना है कि यदि स्थानीय दुकानदार आपसी सहमति से कुछ राशि इकट्ठा करें तो बिजली बिल का भुगतान किया जा सकता है और लाइटों को दोबारा चालू किया जा सकता है।
रात में यात्रियों को हो रही परेशानी
रैहन बस स्टैंड से हर रोज बड़ी संख्या में यात्री पठानकोट, चंडीगढ़ और दिल्ली के लिए रात के समय सफर करते हैं, लेकिन हाईमास्ट लाइट बंद होने के कारण यह क्षेत्र रात में अंधेरे में डूबा रहता है, जिससे यात्रियों को न केवल असुविधा होती है, बल्कि महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं।
ललिता, प्रधान, रैहन खास पंचायत-1 का कहना है कि इन लाइटों का मासिक बिल लगभग 5 हजार रुपए आता है। जब ये लाइटें लगाई गई थीं, तब रैहन एक ही पंचायत हुआ करती थी। लेकिन अब विभाजन के बाद यह क्षेत्र रैहन पंचायत-2 में आता है। भविष्य में ये लाइटें फिर से कब जलेंगी, इस पर वह स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह सकती हैं। रैहन पंचायत-2 की प्रधान से अनुरोध किया था कि कम से कम एक लाइट का बिल उनकी पंचायत की ओर से भर दिया जाए, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।