Edited By Kuldeep, Updated: 16 Aug, 2025 06:36 PM

डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा के सीटीवीएस विभाग ने अपना पहला और सफल कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्ट किया है और कांगड़ा जिले के 47 वर्षीय युवा रोगी को जीवन की नई आशा दी है।
कांगड़ा (कालड़ा): डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा के सीटीवीएस विभाग ने अपना पहला और सफल कोरोनरी आर्टरी बाईपास ग्राफ्ट किया है और कांगड़ा जिले के 47 वर्षीय युवा रोगी को जीवन की नई आशा दी है। यह रोगी पिछले एक वर्ष से किसी भी प्रकार के परिश्रम पर सीने में दर्द और सांस फूलने की समस्या से पीड़ित था। जांच करने पर पता चला कि उसके हृदय की तीनों रक्तवाहिनियां अवरुद्ध थीं, जिसके कारण उसे अचानक हृदयाघात का खतरा बना हुआ था। शल्यक्रिया से पूर्व गहन मूल्यांकन के बाद उसे हृदय शल्य चिकित्सा के लिए ले जाया गया। तीनों अवरुद्ध रक्तवाहिनियों में बाईपास ग्राफ्टिंग की गई। शल्यक्रिया के दौरान हृदय-फेफड़े की मशीन का उपयोग किया गया। शल्यक्रिया के बाद रोगी को आईसीयू में रखा गया और उसकी हालत में सुधार हो रहा है। उसे जल्द ही छुट्टी देने की योजना है। पूरा खर्च हिमकेयर के अंतर्गत किया गया।
सीटीवीएस विभाग नियमित रूप से हृदय वाल्व की मुरम्मत और प्रतिस्थापन, जन्मजात दोषों की मुरम्मत, हृदय ट्यूमर निष्कासन सहित हृदय संबंधी सर्जरी करता रहा है, जिसके उत्कृष्ट परिणाम मिले हैं, साथ ही संवहनी और फेफड़ों की सर्जरी भी की गई है। परिधीय संस्थानों में ऐसी जटिल सर्जरी करना अपने आप में एक चुनौती है, लेकिन निरंतर प्रशासनिक और अंतर्विभागीय सहयोग तथा समर्पित प्रशिक्षित कर्मचारियों की उपलब्धता से यह संभव है। हमें उम्मीद है कि कुछ लंबित उपकरणों के जुड़ने से हम सर्जरी की श्रृंखला को और भी ऊंचा उठा पाएंगे ताकि हृदय संबंधी सर्जरी की आवश्यकता वाले सभी रोगियों को समय पर और उनके घर पर ही लाभ मिल सके।
सर्जरी टीम में शामिल डा.
डॉ. देशबंधु शर्मा (विभागाध्यक्ष), डॉ. विकास पंवार, डॉ. पुनीत शर्मा, एनैस्थीसिया टीम : डॉ. भारती गुप्ता, डॉ. धीरज, डॉ. अमन ठाकुर, डॉ. आर्यन, पैरामैडीकल स्टाफ : अनिल, राजेंदर (डब्ल्यूएस),महेश, पंकज, नेहा, दिनेश, शिवानी, भावना, मनीषा, मनु, कविता, तरूण, मनीषा, बिंदिया, शिल्पा, रीना, काजल, सुनीता, रोहित व विजय।