Edited By Vijay, Updated: 19 Aug, 2025 12:59 PM

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान स्वास्थ्य बीमा योजना हिमकेयर को लेकर सत्ता और विपक्ष आमने-सामने आ गए। योजना के लंबित भुगतानों पर जब सरकार की ओर से विपक्ष को संतोषजनक जानकारी नहीं मिली, तो विपक्षी दल भाजपा ने...
शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान स्वास्थ्य बीमा योजना हिमकेयर को लेकर सत्ता और विपक्ष आमने-सामने आ गए। योजना के लंबित भुगतानों पर जब सरकार की ओर से विपक्ष को संतोषजनक जानकारी नहीं मिली, तो विपक्षी दल भाजपा ने जमकर नारेबाजी की और सदन से वॉकआऊट कर दिया।
प्रश्नकाल के दौरान नाचन से भाजपा विधायक विनोद कुमार ने हिमकेयर योजना से जुड़ा सवाल उठाया। उन्होंने एक मरीज का उदाहरण देते हुए बताया कि योजना के अंतर्गत मुफ्त इलाज न मिलने पर एक बुजुर्ग महिला को इलाज का खर्च उठाने के लिए अपना मंगलसूत्र तक गिरवी रखना पड़ा। इस मुद्दे पर विपक्ष ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
इसी बीच भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि एम्स में हिमकेयर योजना के तहत करीब 49 करोड़ रुपए और शिमला के आईजीएमसी में लगभग 69 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि पूरे प्रदेश में इस योजना के तहत कुल कितनी राशि अभी तक अटकी हुई है। विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए सरकार की ओर से स्पष्ट आंकड़े पेश नहीं किए गए, जिस पर भाजपा सदस्यों ने नाराजगी जताई और सदन से वॉकआऊट कर दिया।
सदन से बाहर आकर पत्रकारों से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि हिमकेयर योजना के तहत राज्य सरकार पर लगभग 364 करोड़ रुपए की देनदारी है। इसके बावजूद सरकार जनता को यह भरोसा दिलाती रही है कि योजना सुचारू रूप से चल रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआऊट किया है।