Edited By Vijay, Updated: 24 Sep, 2024 04:20 PM
हिमाचल प्रदेश के ग्राम पंचायत करलोटी के गांव गालियां के निवासी डॉ. अरुण धीमान ने विश्व भर में अपनी पहचान बनाने का कमाल कर दिखाया है।
घुमारवीं (कुलवंत): हिमाचल प्रदेश के ग्राम पंचायत करलोटी के गांव गालियां के निवासी डॉ. अरुण धीमान ने विश्व भर में अपनी पहचान बनाने का कमाल कर दिखाया है। स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा जारी की गई टॉप 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में उनका नाम शामिल होना न केवल उनके लिए बल्कि पूरे प्रदेश और उनके गांव के लिए गर्व का विषय है।
डॉ. धीमान की शैक्षिक यात्रा सरकारी विद्यालय गालियां और घुमारवीं के हिम सर्वोदय स्कूल से शुरू हुई। इसके बाद उन्होंने पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय से बी फार्मेसी और शूलिनी विश्वविद्यालय से मास्टर इन फार्मेसी की उपाधि प्राप्त की। जेपी विश्वविद्यालय से 2016 में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने के बाद, डॉ धीमान ने 2022 में कृषि अनुसंधान संगठन, इसराइल में पोस्ट डॉक्टरेट फैलोशिप हासिल की।
वर्तमान में डॉ. धीमान दक्षिण बिहार के केंद्रीय विश्वविद्यालय गया में सहायक प्रोफैसर के रूप में कार्यरत हैं और शिक्षण व अनुसंधान में लगे हुए हैं। उनका शोध क्षेत्र नैनोपार्टिकल डिलीवरी के माध्यम से टिशू इंजीनियरिंग और कोलन कैंसर पर केंद्रित है। डॉ. धीमान 2 पीएचडी विद्वानों का मार्गदर्शन भी कर रहे हैं। डॉ. धीमान ने इस मुकाम को पाने वाले कम उम्र के युवाओं की सूची में भी अपना नाम दर्ज करवाया है। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने गुरुजनों और माता-पिता श्री बालक राम धीमान और उमा देवी को दिया है।
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