Edited By Simpy Khanna, Updated: 02 Nov, 2019 05:10 PM

प्रदेश में रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से गृहणियों पर दोहरी मार पड़ी है। लगातार सब्जियों के रेट बढ़ने के बाद अब सिलेंडर ने महिलाओं की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। प्रदेश में पिछले कल से घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 77 रुपये बढ़ गए हैं। कुल्लू जिला में...
कुल्लू (दिलीप) : प्रदेश में रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से गृहणियों पर दोहरी मार पड़ी है। लगातार सब्जियों के रेट बढ़ने के बाद अब सिलेंडर ने महिलाओं की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है। प्रदेश में पिछले कल से घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 77 रुपये बढ़ गए हैं। कुल्लू जिला में अब उपभोक्ताओं को घरेलू गैस सिलेंडर लेने के लिए 742 रुपये चुकाने पड़ रहे है। वहीं व्यवसायिक गैस सिलेंडर 120 रुपए महंगा हो गया है जिससे व्यवसासिक गैस सिलेंडर 1294 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं।
गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से जहां महिलाओं को रसोई के बजट खराब हो गया है वहीं होटल रेस्ट्रोरेंट व ढाबा चलाने वालों को भी गैस सिलेंडर के लिए अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे है। स्थानीय महिलाओं की मानें तो घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से उनकी रसोई का बजट बिगड़ गया है। उन्होंने बताया कि एक तरफ जहां खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से पहले ही रसोई से कई चीजें गायब हो गई है अब रसाई गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने से महिलाओं की रसोई पर सीधा असर पड़ गया है।
स्थानीय महिला लक्ष्मी ने बताया कि लगातार तीसरे महीने में गैस सिलेंडरों के दाम में बढ़ोतरी हुई है। अक्तूबर में घरेलू सिलेंडर के दाम 12 रुपए और अगस्त में 15 रुपए बढ़े थे। इसी तरह व्यवसायिक सिलेंडर के दाम अक्तूबर में 22.50 रुपए और सितंबर में 51 रुपए बढ़े थे। उन्होंने कहा कि लगातार रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है जिससे उनकी रसोई का बजट खराब हो गया है और महिलाओं को रसोई चलाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ राशन की कीमतों में आग लगी हुई है और दूसरी तरफ सब्जियों के दाम आसमान छू रहे है और इससे महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ है। उन्होंने कहा कि सरकार को रसोई गैस की कीमतों में कटौती करनी चाहिए और महंगाई को कम करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि साल में सिर्फ 12 गैस सिलेंडर ही सब्सिडी के मिलते है और सब्सिडी कोटे के सिलेंडर समाप्त करने पर गैस सिलेंडर के लिए पूरे पैसे चुकाने पड़ते है।