Edited By Jyoti M, Updated: 19 Mar, 2025 03:22 PM

देहरा जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) मयंक चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिले में अपराध, नशे के खिलाफ कार्रवाई और कानून व्यवस्था को लेकर अहम जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि देहरा पुलिस ने "कानून विद्यालय" नामक एक विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत की...
हिमाचल डेस्क (राजीव शर्मा)। देहरा जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) मयंक चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिले में अपराध, नशे के खिलाफ कार्रवाई और कानून व्यवस्था को लेकर अहम जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि देहरा पुलिस ने "कानून विद्यालय" नामक एक विशेष जागरूकता अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य आम जनता और पुलिस के बीच संवाद, विश्वास और समन्वय को मजबूत करना है।
एसपी मयंक चौधरी ने जानकारी दी कि इस वर्ष 1 जनवरी से अब तक पुलिस जिला देहरा में एनडीपीएस एक्ट के तहत 10 मामले दर्ज किए गए हैं। देहरा पुलिस स्टेशन– 4 केस, हरिपुर पुलिस स्टेशन– 3 केस, ज्वालामुखी पुलिस स्टेशन– 2 केस और रक्कड़ पुलिस स्टेशन– 1 केस दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में 1.309 किलोग्राम चरस, 25.95 ग्राम चिट्टा और 180 अफीम के पौधे बरामद किए गए हैं। पुलिस ने सभी 10 एफआईआर में कुल 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
ट्रैफिक व्यवस्था के लिए पुलिस को मिलेंगे बॉडी कैमरे
एसपी ने बताया कि देहरा पुलिस जिले में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। आगामी नवरात्रों और अन्य महत्वपूर्ण दिनों के दौरान पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरे दिए जाएंगे, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाया जा सके।
अवैध खनन रोकने के लिए व्हाट्सएप नंबर जारी
अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने एक विशेष व्हाट्सएप नंबर जारी किया है, जिस पर आम नागरिक इस तरह की गतिविधियों की सूचना दे सकते हैं। एसपी चौधरी ने लोगों से अपील की कि वे इस नंबर का उपयोग कर पुलिस को अवैध खनन की जानकारी दें ताकि इस पर प्रभावी कार्रवाई की जा सके।
"कानून विद्यालय" जागरूकता अभियान की शुरुआत
देहरा पुलिस ने 17 मार्च 2025 से 15 जून 2025 तक "कानून विद्यालय" नामक एक जागरूकता अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत विभिन्न ग्राम पंचायतों और शिक्षण संस्थानों में जाकर लोगों को कानूनी जागरूकता दी जाएगी।
इस अभियान में इन विषयों पर जानकारी दी जाएगी
साइबर अपराध– ऑनलाइन धोखाधड़ी, सोशल मीडिया सुरक्षा और डिजिटल सतर्कता।
मादक पदार्थों की रोकथाम– नशे के दुष्प्रभाव और इससे बचाव के उपाय।
यातायात नियम एवं सुरक्षा– सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी और ट्रैफिक नियमों के पालन की आवश्यकत।
एसपी चौधरी ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य लोगों को कानून के प्रति जागरूक करना और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाना है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और समाज में जागरूकता फैलाएं।