Edited By Kuldeep, Updated: 11 Nov, 2024 06:13 PM
लोक निर्माण विभाग घुमारवीं डिवीजन में हो रही धांधली के खिलाफ भाजपा समर्थित ठेकेदारों का धरना प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहा।
घुमारवीं (सुरेन्द्र जम्वाल): लोक निर्माण विभाग घुमारवीं डिवीजन में हो रही धांधली के खिलाफ भाजपा समर्थित ठेकेदारों का धरना प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहा। ठेकेदारों ने कार्यालय के गेट पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे ठेकेदारों ने विभाग के समक्ष टैंडर रद्द करने की मांग रखी थी, जिसे विभाग ने मान लिया और सभी टैंडर रद्द कर दिए। टैंडर रद्द करने की कॉपी ठेकेदारों ने अपने पास लेकर धरना प्रदर्शन रद्द कर दिया तथा भविष्य में पारदर्शिता के साथ टैंडर करवाने का विभाग से आग्रह किया।
क्या था मामला
ठेकेदारों ने आरोप लगाया है कि लोक निर्माण विभाग घुमारवीं भ्रष्टाचार का अड्डा बना है। टैंडर प्रक्रिया के लिए विभाग ने कांग्रेसीकरण कर दिया है व भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। कांग्रेस के चहेते ठेकेदारों को ही काम आबंटित किए जा रहे हैं। सोमवार को भी अधिशासी अभियंता कार्यालय तो आए पर मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन कर रहे ठेकेदारों को देखकर वह अंदर कार्यालय नहीं गए, बाहर ही टैंडरों को रद्द करने के लिए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करके चले गए।
भाजपा संबंधित ठेकेदारों नवीन शर्मा, सुभाष, नूतन, नवीन व संदीप गडकरी सहित अन्यों का कहना है कि घुमारवीं पी.डब्ल्यू.डी. डिवीजन के तहत कुछ कार्य किए जाने हैं। विभाग ने इसके लिए टैंडर आमंत्रित किए हैं। विभाग के तहत कार्य करने वाले भाजपा समर्थक करीब 15 ठेकेदार गत वीरवार को फार्म लेने के लिए गए लेकिन पहले तो संबंधित अधिकारियों ने टालमटोल की, फिर अधिशासी अभियंता का बयान आया कि इन कार्यों के लिए शुक्रवार को कार्यालय में टैंडर डाले जाएंगे।
शुक्रवार को जब सभी ठेकेदार लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में पहुंचे तो 11 बजे तक ट्रंक में कोई भी टैंडर नहीं डाला गया था जिसका उन्होंने वीडियो भी बनाया था। ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग घुमारवीं भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है।
26 कार्यों के लगने थे टैंडर
जिन टैंडरों के लिए ठेकेदारों के द्वारा खूब हो-हल्ला व नारेबाजी की गई है वे टैंडर घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के 26 विकासात्मक कार्यों के हैं। ये टैंडर दो लाख से लेकर पांच लाख रुपए तक के हैं जो लगभग एक करोड़ के लगने हैं।
कुछ ठेकेदारों को टैंडर फार्म न मिलने पर रद्द किए टैंडर : कृष्ण कांत चौहान
अधिशासी अभियंता मंडल घुमारवीं कृष्ण कांत चौहान ने कहा कि जो टैंडर करवाए जा रहे थे उन्हें रद्द कर दिया गया है। टैंडर रद्द इसलिए किए क्योंकि कुछ ठेकेदारों को टैंडर फार्म नहीं मिले थे।
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