Edited By Kuldeep, Updated: 28 Apr, 2025 05:13 PM

हिमाचल प्रदेश रणजी टीम के पूर्व खिलाड़ी चम्बा के राजीव नैय्यर को यूनियन टैरिटरी चंडीगढ़ (यू.टी.सी.ए.)का मुख्य कोच नियुक्त गया है। यह जिलावासियों के लिए गर्व की बात है।
चम्बा (काकू चौहान): हिमाचल प्रदेश रणजी टीम के पूर्व खिलाड़ी चम्बा के राजीव नैय्यर को यूनियन टैरिटरी चंडीगढ़ (यू.टी.सी.ए.)का मुख्य कोच नियुक्त गया है। यह जिलावासियों के लिए गर्व की बात है। हिमाचल टीम के पूर्व रणजी स्टार राजीव नैय्यर के नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक पारी में सबसे अधिक समय तक बल्लेबाजी करने का रिकॉर्ड है। 1999 में जे. एंड के. के खिलाफ 1015 मिनट बल्लेबाजी कर उन्होंने पाकिस्तान के क्रिकेटर हनीफ मोहम्मद का रिकॉर्ड तोड़ा था। इस दौरान उन्होंने 271 रन की शानदार पारी खेली थी।
राजीव नैय्यर दस साल तक हिमाचल की टीम के कप्तान रहे। इतने लंबे समय तक कोई खिलाड़ी लगातार कैप्टन नहीं रहा है। राजीव नैय्यर चम्बा जिले के रहने वाले हैं। बीस साल के क्रिकेट करियर में 96 मैच खेले और सात हजार रन बनाए हैं। इसमें उन्होंने बीस शतक और 35 विकेट भी झटके। राजीव इंडिया ए टीम से भी खेल चुके हैं। वह इंगलैंड में 12 साल तक काऊंटी क्रिकेट का हिस्सा भी रहे। प्रदेश सरकार ने इन्हें परशुराम अवार्ड और हाई स्पोर्ट्स अवार्ड इन क्रिकेट दिया है।
इसके अलावा राजीव नैय्यर एचपीसीए में चयनकर्त्ता भी रह चुके हैं। उन्होंने यूटीसीए अंडर-23 क्रिकेट टीम का 2024-25 के लिए मुख्य कोच नियुक्त करने पर यूटीसीए अध्यक्ष संजय टंडन का आभार व्यक्त किया है। राजीव नैय्यर ने बताया कि यूटीसीए की एकदिवसीय टीम की टीम ने रणजी ट्रॉफी में तीसरे पायदान पर पहुंची है और मुश्ताक अली को ट्राॅफी के लिए क्वालीफाई कर लिया है। मौजूदा समय में यूटीसीए के दो खिलाड़ी आईपीएल खेल रहे हैं। इसमें राज अंगद बाबा मुंबई इंडियन का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और संदीप शर्मा राजस्थान रॉयल टीम का हिस्सा हैं।
राजीव नैय्यर बल्लेबाजी, गेंदबाजी के साथ ही क्षेत्र रण की भी खिलाड़ियों को बारीकियां सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी दायित्व मिला है उसका बखूबी निर्वहन करेंगे और अपनी टीम को सबसे बेहतर टीम बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अब आईपीएल में बतौर बल्लेबाजी कोच बनना उनका सपना है। इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।
कोच से नहीं पिता से सीखे क्रिकेट के गुर
राजीव नैय्यर ने क्रिकेट के गुर किसी कोच से नहीं बल्कि अपने पिता मेजर एससी नैय्यर से सीखे। मेजर एससी नैय्यर हिमाचल रणजी ट्रॉफी के पहले कैप्टन रह चुके हैं। मौजूदा समय में वह वैटरन क्रिकेट टीम के कप्तान हैं। 87 वर्ष की आयु में भी क्रिकेट के प्रति उनका जुनून खत्म नहीं हुआ है और वर्ष में अगल-अलग जिलों में जाकर दोस्ताना वैटरन क्रिकेट मैच खेलते हैं।