Edited By Jyoti M, Updated: 21 Jan, 2025 02:08 PM
मिड-डे मील वर्कर्ज यूनियन संबंधित सीटू ब्लॉक कल्हेल की बैठक नकरोड़ में ब्लॉक अध्यक्ष होशियारा राम की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मुख्य तौर पर सीटू जिलाध्यक्ष नरेंद्र शामिल रहे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मिड-डे मील योजना में बजट को लगातार घटा रही...
तीसा (सुभानदीन): मिड-डे मील वर्कर्ज यूनियन संबंधित सीटू ब्लॉक कल्हेल की बैठक नकरोड़ में ब्लॉक अध्यक्ष होशियारा राम की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मुख्य तौर पर सीटू जिलाध्यक्ष नरेंद्र शामिल रहे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मिड-डे मील योजना में बजट को लगातार घटा रही है। इस योजना का निजीकरण करके एन.जी.ओ. को देना चाहती है। अभी देश में 1,400 से ज्यादा एन.जी.ओ. को केंद्र सरकार ने मिड-डे मील बनाने की मान्यता दी है, जोकि 2 करोड़ के करीब बच्चों को खाना खिला रही है।
कुपोषण दूर करने वाली इस योजना को अब एन.जी.ओ. के हवाले किया जा रहा है। केंद्र से 2009 के बाद मिड-डे मील स्कीम के बजट में कोई भी बढ़ौतरी नहीं की गई है। फरवरी में वर्कर के बजट में बढ़ौतरी नहीं होती है तो 5 फरवरी को जिला स्तर पर यूनियन केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। कल्हेल ब्लॉक में अभी तक मानदेय नहीं मिला है। राज्य सरकार द्वारा भी बजट जारी नहीं किया गया है। मिड-डे मील वर्कर को मात्र 4,500 रुपए प्रतिमाह मिलते हैं, जिनमें 3,500 राज्य सरकार व 1,000 रुपए केंद्र सरकार की ओर से दिए जाते हैं। इसके लिए भी महीनों इंतजार करना पड़ता है। मिड-डे मील वर्कर्ज को अपना परिवार चलाना मुश्किल हो गया है।
किसी तरह की कोई आर्थिक सुरक्षा नहीं है। छुट्टी काटने पर भी मिड-डे मील वर्कर की दिहाड़ी काट ली जाती है। मिड-डे मील वर्कर शोषण का शिकार हो रहे हैं। 12 माह का वेतन नहीं दिया जा रहा है। 25 बच्चों की शर्त के चलते कई मिड-डे मील वर्कर बाहर हो गए हैं, जिनको कोई भी लाभ नहीं मिला है।
ये रहे बैठक में शामिल
बैठक में चंद्रमणि, जय राम, कांता, नसीमा, हुसैन, नारो, लीला, भीखो, पुष्पा, करतार, मक्खन, ताजबीबी, बंतो, हरदेई, हुमदेई, पानो, गुरदेव, ममता, तिम्रू, प्रकाशो, रूखी, रेशमु, प्रेमी देवी, जस्सा, प्यारो, लोकी नंद, सूरतू व थानो आदि शामिल रहे।