Edited By Vijay, Updated: 02 Jul, 2025 07:20 PM

भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है और हालात अब सरकार के काबू में नहीं रहे।
शिमला: भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है और हालात अब सरकार के काबू में नहीं रहे। उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर निशाना साधते हुए कहा कि जब प्रदेश की कानून व्यवस्था इस कदर बिगड़ चुकी है और गृह विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास है, तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। नंदा ने कहा कि कांग्रेस सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
पंचायती राज मंत्री पर लगाया NHAI के अधिकारी से मारपीट का आरोप
कर्ण नंदा ने कहा कि प्रदेश में एनएचएआई के अधिकारी पर कथित रूप से पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और उनके 6 साथियों द्वारा हमला किया गया, जो अत्यंत निंदनीय और लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि जब इस घटना के बाद संबंधित कर्मचारी यूनियन ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से न्याय की गुहार लगाई, तो गडकरी ने स्वयं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जवाब मांगा। इसके बावजूद मंत्री के खिलाफ सिर्फ हल्की धाराओं में मामला दर्ज किया गया। इसके बाद मंत्री अनिरुद्ध सिंह बौखलाहट में बिना सिर-पैर के बयान देने लगे।
अगर मंत्री खुद ही कानून को हाथ में लेंगे, तो आम जनता क्या करेगी?
कर्ण नंदा ने कहा कि मंत्री अनिरुद्ध सिंह के कृत्य और बयान तो इस प्रकार के हैं जैसे एक मोहल्ले का गुंडा या पंचायत का एक प्रधान हाे। उन्होंने कहा कि अगर मंत्री खुद ही कानून को हाथ में लेंगे, तो आम जनता क्या करेगी? एनएचएआई के अधिकारी के परिवार में भी बच्चे और बुजुर्ग हैं और भारत का कोई भी कानून किसी व्यक्ति को मारपीट की अनुमति नहीं देता। यदि मंत्री को अपनी बात में सच्चाई का भरोसा था, तो उन्हें पहले ही पुलिस में शिकायत दर्ज करवानी चाहिए थी, न कि खुद न्याय करने का प्रयास करना चाहिए था।
बंबर ठाकुर पर हमले का ड्रामा रचने का लगाया आरोप
कर्ण नंदा ने कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर को लेकर भी तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बंबर ठाकुर पर हर बार हमले तब ही क्यों होते हैं, जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा बिलासपुर आते हैं या आने वाले होते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बंबर ठाकुर खुद शूटर हायर कर अपने ऊपर हमले करवाने का ‘राजनीतिक नाटक’ रचते हैं ताकि सहानुभूति बटोरी जा सके। कर्ण नंदा ने कहा कि बंबर ठाकुर को यह समझ लेना चाहिए कि वह हारे हुए विधायक हैं और जनता अब उनके झांसे में नहीं आने वाली। उन्होंने दावा किया कि बिलासपुर में जो हाल ही में धरना-प्रदर्शन हुआ, वह पूरी तरह से भाजपा अध्यक्ष के दौरे को बाधित करने के उद्देश्य से किया गया था। उन्होंने कहा कि ठाकुर ने जानबूझकर डीसी ऑफिस के पास धरना उस समय किया, जब जगत प्रकाश नड्डा का काफिला वहां से गुजर रहा था।
पुलिस अफसर से धक्का-मुक्की सीधा कानून का उल्लंघन
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर ने न सिर्फ माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, बल्कि वर्दी पहने एक पुलिस अफसर पर हाथ भी उठाया और धक्का दिया। यह सीधा कानून का उल्लंघन है और बड़ा अपराध है। नंदा ने कहा कि यदि बंबर ठाकुर की पार्टी सत्ता में नहीं होती, तो वह आज सलाखों के पीछे होते। कांग्रेस के नेताओं को सत्ता का दुरुपयोग करना अच्छी तरह आता है।
मुख्यमंत्री से सख्त कार्रवाई की मांग
कर्ण नंदा ने मांग की कि बंबर ठाकुर के खिलाफ सख्त धाराओं में मामला दर्ज किया जाना चाहिए और प्रदेश के गृह मंत्र एवं मुख्यमंत्री को तुरंत इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकते, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए और भाजपा को जिम्मेदारी सौंप देनी चाहिए। भाजपा कानून व्यवस्था को बहाल करने में सक्षम है।
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